कोरिया/बैकुंठपुर।कोरिया वन मंडल इन दिनों विवादों के केंद्र में है। विभाग में ट्रांसफर–पोस्टिंग को लेकर उठ रहे सवालों ने पूरे वन मंडल में हलचल मचा दी है। कर्मचारियों का आरोप है कि वन मंडल में नियम-क़ानून से अधिक व्यक्तिगत निर्णयों का दबदबा दिखाई दे रहा है।
सूत्रों की मानें तो DFO चंद्रशेखर सिंह परदेशी पर ऐसे अधिकारों का प्रयोग करने के आरोप लगाए जा रहे हैं, जो उनके पास आधिकारिक रूप से मौजूद ही नहीं हैं। कहा जा रहा है कि बिना स्वीकृति के कर्मचारियों का जबरन ट्रांसफर कर नया विवाद खड़ा कर दिया गया है।
गेज नर्सरी में उलटफेर — वन रक्षक को बनाया गया प्रभारी, सवालों की बौछार
बता दे कि,बैकुंठपुर स्थित गेज नर्सरी में पाँच साल से जिम्मेदारी संभाल रहे फॉरेस्टर को अचानक उनके पद से हटाकर स्पेशल ड्यूटी भेज दिया गया।आरोप है कि उनके स्थान पर एक वन रक्षक को नर्सरी प्रभारी नियुक्त कर दिया गया, जबकि यह जिम्मेदारी सामान्यतः फॉरेस्टर स्तर के अधिकारी की होती है।नए प्रभारी के पदभार संभालते ही नर्सरी में पौधों के सूखने की घटनाएँ लगातार सामने आने लगी हैं, जिससे मजदूरों के बीच असंतोष और बढ़ गया है।
दुर्ग से मंगाए गए पौधे भी खराब होने लगे
सूत्रों के अनुसार DFO द्वारा दुर्ग से विशेष रूप से आम और अर्जुन के पौधे मंगवाए गए थे।लेकिन प्रबंधन में अव्यवस्था और गलत तरीके से देखरेख के कारण नर्सरी में इन पौधों पर भी असर दिख रहा है। नर्सरी में काम कर रहे मजदूरों का कहना है कि नए प्रभारी को नर्सरी संचालन का सही तरीका नहीं पता, फिर भी पौधों के सूखने का ठीकरा मजदूरों पर फोड़ा जा रहा है, जबकि मजदूर पूरी निष्ठा और जिम्मेदारी से अपना काम कर रहे हैं।








0 Comments:
Post a Comment
Note: Only a member of this blog may post a comment.