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जनसेवा और विकास के नए आयाम पर मंथन — कुरुवां के अतुल दुबे ने पूर्व गृह मंत्री रामसेवक पैकरा से की प्रेरणादायी मुलाक़ात

 जनसेवा और विकास के नए आयाम पर मंथन — कुरुवां के अतुल दुबे ने पूर्व गृह मंत्री रामसेवक पैकरा से की प्रेरणादायी मुलाक़ात




बैकुंठपुर।

जनसेवा, विकास और संगठन सुदृढ़ीकरण जैसे अहम विषयों पर आज  एक महत्वपूर्ण सौजन्य भेंट हुई, जब कुरुवां निवासी और समाजसेवी अतुल दुबे ने छत्तीसगढ़ राज्य वन विकास निगम के अध्यक्ष, कुदरगढ़ लोक न्यास ट्रस्ट के अध्यक्ष एवं प्रदेश के पूर्व गृह मंत्री श्री रामसेवक पैकरा से मुलाक़ात की।


करीब एक घंटे चली इस सारगर्भित बातचीत में क्षेत्र की विकास योजनाओं, जनकल्याण कार्यक्रमों और संगठन की मजबूती पर गहन विमर्श हुआ। श्री पैकरा ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि "विकास केवल योजनाओं से नहीं, बल्कि जनता की सक्रिय भागीदारी और पारदर्शिता से संभव है।" उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि आने वाले समय में ग्रामीण अंचलों में बुनियादी सुविधाओं का विस्तार प्राथमिकता होगी।


समाजसेवी अतुल दुबे ने बताया कि श्री पैकरा जी का सरल स्वभाव, दूरदृष्टि और जनहित के प्रति अटूट समर्पण उनके लिए हमेशा प्रेरणास्रोत रहा है। उन्होंने कहा, "ऐसी मुलाक़ातें केवल मार्गदर्शन ही नहीं देतीं, बल्कि समाज और प्रदेश की प्रगति के लिए हमारे संकल्प को और मजबूत करती हैं।"

इस भेंट को स्थानीय नागरिकों ने भी सराहा और इसे क्षेत्र के विकास के लिए सकारात्मक संकेत बताया। लोगों का मानना है कि जब जमीनी स्तर पर कार्य करने वाले समाजसेवी और अनुभवी नेता एक मंच पर आते हैं, तो परिणाम निश्चित रूप से सकारात्मक होते हैं।

पीएम मोदी का देश को बड़ा तोहफ़ा — तीन वंदे भारत ट्रेनें और बेंगलुरु मेट्रो की Yellow Line शुरू

 तेज़ रफ्तार और आधुनिक सुविधाओं से लैस ट्रेनें, 19 किमी लंबी मेट्रो लाइन से बेंगलुरु को ट्रैफिक जाम से राहत


बेंगलुरु, 10 अगस्त 2025



प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को बेंगलुरु में एक साथ तीन नई Vande Bharat Express ट्रेनें और बेंगलुरु मेट्रो की Yellow Line का शुभारंभ किया। कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि ये प्रोजेक्ट सिर्फ परिवहन के साधन नहीं हैं, बल्कि देश की आर्थिक प्रगति और लोगों की सुविधा को नई दिशा देंगे।


नई वंदे भारत ट्रेनें 160 किमी/घंटा की रफ्तार से दौड़ेंगी और पूरी तरह ‘मेक इन इंडिया’ तकनीक से तैयार की गई हैं। इनमें ऑटोमैटिक दरवाज़े, जीपीएस आधारित सूचना प्रणाली और अत्याधुनिक एसी जैसी आधुनिक सुविधाएं हैं।


बेंगलुरु मेट्रो की Yellow Line आर.वी. रोड से बोम्मासंद्रा तक 19 किलोमीटर लंबी है, जिसमें 16 स्टेशन हैं। यह दक्षिणी बेंगलुरु को औद्योगिक क्षेत्रों से जोड़ेगी और शहर में ट्रैफिक जाम व प्रदूषण को कम करने में मदद करेगी।


इन परियोजनाओं से लाखों यात्रियों को रोज़ाना सुविधा मिलेगी, जबकि निर्माण और संचालन के दौरान हजारों लोगों को रोजगार भी मिला है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह पहल पर्यटन, व्यापार और शहरी विकास को नई रफ्तार देगी।



ऑपरेशन मुस्कान: टूटी उम्मीदों को पुलिस ने फिर जोड़ा, 19 बच्चों को लौटाया घर

 रक्षाबंधन से पहले लौटीं खुशियां, बलरामपुर पुलिस ने निभाया भाई का फर्ज

बलरामपुर/ रक्षाबंधन से पहले बलरामपुर-रामानुजगंज में पुलिस ने ऐसा काम किया जिससे कई सूनी कलाइयों पर फिर से राखी बंधी। ऑपरेशन मुस्कान 2025 के तहत जिले के 19 गुमशुदा बच्चों को उनके घर लौटाया गया। इनमें 13 बच्चियां और 6 बालक शामिल हैं। ये बच्चे छत्तीसगढ़ के अलावा चेन्नई, महाराष्ट्र, तेलंगाना और दिल्ली जैसे दूर के राज्यों से खोजे गए। पुलिस ने भाई की भूमिका निभाते हुए इन बच्चों को सुरक्षित उनके परिवारों से मिलवाया।

1 जुलाई से 31 जुलाई तक चला यह अभियान रायपुर पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर चलाया गया। पुलिस ने पुराने गुमशुदगी के रिकॉर्ड खंगाले। थानों में दर्ज फाइलों को फिर से खोला। सीमावर्ती गांवों से लेकर शहरी झुग्गियों तक पुलिसकर्मियों ने दिन-रात मेहनत की। बच्चों की पहचान कर उन्हें उनके परिजनों को सौंपा गया। ग्राम पुरसवाडीह के एक किसान ने बताया कि उनकी बेटी तमिलनाडु में मिली। उन्होंने कहा कि जब बेटी बिना बताए घर से चली गई, तो जैसे जीवन का एक हिस्सा टूट गया। कई दिन तक कुछ समझ नहीं आया। पुलिस ने भरोसा दिलाया और निभाया भी। ऑपरेशन मुस्कान के जरिए बेटी को हजारों किलोमीटर दूर से वापस लाया गया। थाने से फोन आया तो आंखों से खुशी के आंसू बह निकले। ग्राम खजुरियाडीह के एक व्यक्ति ने बताया कि रिश्तेदार में आई एक बच्ची 1 जनवरी को अपने घर ग्राम क्योझर जाने निकली थी, लेकिन वहां नहीं पहुंची। पहले सोचा कि किसी रिश्तेदार के यहां होगी। सात दिन तक खोजबीन की, फिर चांदो थाना में रिपोर्ट दर्ज कराई। हर आहट पर लगता था कि शायद वो आ गई। धीरे-धीरे उम्मीद भी टूटने लगी थी। फिर पुलिस ने बताया कि बच्ची दिल्ली में मिली है और उसे लेकर लौट रहे हैं। यकीन नहीं हुआ। आज बेटी घर में है, हंसती है, बात करती है। इससे बड़ी दौलत कुछ नहीं।


बच्चों की सुरक्षा को लेकर रहें सतर्क: एसपी

एसपी बलरामपुर बैंकर वैभव रमनलाल ने कहा कि ऑपरेशन मुस्कान उन बच्चों के लिए चलाया गया जो किसी कारणवश अपने घरों से बिछुड़ गए थे। इसमें महिला व बाल संरक्षण इकाई, चाइल्ड लाइन, थाना स्तरीय पुलिस टीमों और अन्य एजेंसियों का सहयोग रहा। बच्चों को ढूंढने में आधुनिक तकनीक, सोशल मीडिया और स्थानीय खुफिया नेटवर्क का उपयोग किया गया। उन्होंने पूरी टीम को बधाई दी और आमजन से अपील की कि बच्चों की सुरक्षा को लेकर सतर्क रहें।