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भण्डारपारा में शिक्षकों की मिशाल: बच्चों को मिली सर्दी से राहत, स्वेटर वितरण व न्योता भोज आयोजित




कोरिया/बैकुंठपुर-देश के भविष्य माने जाने वाले बच्चे सभी को सच्चे और अच्छे लगते है लेकिन कड़ाके की ठंड में देश के इस भविष्य को ठिठुरते हुए स्कूल जाना जब किसी को नजर नहीं आता तो ऐसे में विद्यालय के शिक्षकों ने सामाजिक पहल कर इनकी तरफ हाथ बढ़ाया।

           दिसंबर की शीतलहर के असर व कड़ाके की ठंड की मार से आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग से आने वाले सभी जरूरतमंद 75 स्कूली बच्चों की मन की पीड़ा को समझते हुए,उनके स्वास्थ्य की सुरक्षा का ख्याल करते हुए शाला में उनकी कम होती उपस्थिति की समस्या के समाधान के एक विकल्प के रूप में मा शाला-भण्डारपारा के शिक्षकों ने अपने निजी खर्च के सहयोग से कक्षा 6वीं से 8वीं के प्रत्येक स्कूली बच्चे को सर्दियों से बचाने गर्म कपड़े के रूप में एक नया स्वेटर निशुल्क प्रदान करते हुए शिक्षा के साथ साथ सामाजिक संवेदनशीलता, भागीदारी की दिशा में सराहनीय पहल करते हुए अपना दायित्व निभाया।

कार्यक्रम का शुभारंभ मु.अतिथि संकुल प्राचार्य  रमाशंकर साहू व सरपंच प्रतिनिधि श्री सुखनंदन मिंज द्वारा देवी मां सरस्वती की छायाचित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलन कर किया गया।शिक्षकों और बच्चों द्वारा अतिथियों का स्वागत बैंड-बाजे,तिलक,पुष्पवर्षा व सुमन, माल्यार्पण से किया गया। बच्चों द्वारा देवी सरस्वती वंदना,स्वागत गीत के साथ सुन्दर व मनमोहक रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी गई।उपस्थित अतिथियों के करकमलों से शाला के प्रत्येक बच्चे को स्वेटर वितरित किए गए।

स्वेटर पाकर बच्चों के चेहरे खुशियों के उत्साह और मुस्कानों की चमक से खिल उठे

तिमाही आंकलन परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले और सर्वाधिक उपस्थिति वाले विद्यार्थियों के प्रोत्साहन के रूप में मेडल,कलम,प्रमाण पत्र के साथ मिष्ठान्न खिलाकर पुरस्कृत किया गया तदोपरांत बच्चों, पालकों व उपस्थित ग्रामवासियों ने महिला स्व सहायता समूह द्वारा आयोजित न्योता भोज का आनंद लिया।

अगरवुड' पौधारोपण की व्यवसायिक शिक्षा

         पर्यावरण संरक्षण एवं स्थानीय स्तर पर आत्मनिर्भरता बढ़ाने,भविष्य के मजबूत उद्यम के रूप में औषधीय गुणों से भरपूर  विशिष्ट सुगंध वाले पूरी दुनिया के सबसे मंहगे पौधे अगरवुड जिसकी प्राकृतिक लकड़ी को वुड ऑफ गॉड और तेल को 'लिक्विड गोल्ड' कहते हैं जिनकी अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कीमत लाखो रुपए की होती है,पंचायत व यूथ व इको क्लब सदस्यों द्वारा रोपण कर शिक्षकों द्वारा इसकी खेती की पूरी प्रक्रिया की व्यवसायिक शिक्षा दी गई।उक्त सम्पूर्ण कार्यक्रम का मंच संचालन उद्घोषक शिक्षक पंकज कुमार बाजपेयी ने किया।

मु.अतिथि ने अपने संबोधन में इसे विद्यालय व बच्चों के प्रति शिक्षकों का विशेष स्नेह व समर्पण बताया,वहीं सरपंच ने इसे नया दिन की संज्ञा देकर,नेक सोच वाले ऐसे शिक्षकों का मिलना,गांव के लिए सौभाग्य बताया।सी.ए.सी ने शिक्षकों के सार्थक प्रयासों से गांव में शिक्षा की बेहतर बनती तस्वीर की सराहना कर पालकों से बच्चों को पढ़ाई के प्रति प्रेरित कर नियमित शाला भेजने की अपील की। 

SMC सदस्यों,पालकों और ग्रामवासियों ने शिक्षकों के अनवरत नव प्रयासों के प्रति साधुवाद व्यक्त किया,अंत में आभार प्रकट प्र.पाठक  राजेश कुमार यादव ने किया। इस अवसर पर शाला के शिक्षक श्रीमती अनिता शुक्ला, प्रदीप कुमार साहू, संकुल समन्वयक रंजीत सिंह सहित समस्त स्टाफ,SMC अध्यक्ष  परमजीत,उपाध्यक्ष  झलेश्वर राजवाड़े सहित अभिभावक गण व गणमान्य ग्रामवासी उपस्थित रहे।

कोरिया वन मंडल में मनमानी DFO पर मनचाही पोस्टिंग करने का गंभीर आरोप

 


कोरिया/बैकुंठपुर।कोरिया वन मंडल इन दिनों विवादों के केंद्र में है। विभाग में ट्रांसफर–पोस्टिंग को लेकर उठ रहे सवालों ने पूरे वन मंडल में हलचल मचा दी है। कर्मचारियों का आरोप है कि वन मंडल में नियम-क़ानून से अधिक व्यक्तिगत निर्णयों का दबदबा दिखाई दे रहा है।

सूत्रों की मानें तो DFO चंद्रशेखर सिंह परदेशी पर ऐसे अधिकारों का प्रयोग करने के आरोप लगाए जा रहे हैं, जो उनके पास आधिकारिक रूप से मौजूद ही नहीं हैं। कहा जा रहा है कि बिना स्वीकृति के कर्मचारियों का जबरन ट्रांसफर कर नया विवाद खड़ा कर दिया गया है।

गेज नर्सरी में उलटफेर — वन रक्षक को बनाया गया प्रभारी, सवालों की बौछार

बता दे कि,बैकुंठपुर स्थित गेज नर्सरी में पाँच साल से जिम्मेदारी संभाल रहे फॉरेस्टर को अचानक उनके पद से हटाकर स्पेशल ड्यूटी भेज दिया गया।आरोप है कि उनके स्थान पर एक वन रक्षक को नर्सरी प्रभारी नियुक्त कर दिया गया, जबकि यह जिम्मेदारी सामान्यतः फॉरेस्टर स्तर के अधिकारी की होती है।नए प्रभारी के पदभार संभालते ही नर्सरी में पौधों के सूखने की घटनाएँ लगातार सामने आने लगी हैं, जिससे मजदूरों के बीच असंतोष और बढ़ गया है।

दुर्ग से मंगाए गए पौधे भी खराब होने लगे

सूत्रों के अनुसार DFO द्वारा दुर्ग से विशेष रूप से आम और अर्जुन के पौधे मंगवाए गए थे।लेकिन प्रबंधन में अव्यवस्था और गलत तरीके से देखरेख के कारण नर्सरी में इन पौधों पर भी असर दिख रहा है। नर्सरी में काम कर रहे मजदूरों का कहना है कि नए प्रभारी को नर्सरी संचालन का सही तरीका नहीं पता, फिर भी पौधों के सूखने का ठीकरा मजदूरों पर फोड़ा जा रहा है, जबकि मजदूर पूरी निष्ठा और जिम्मेदारी से अपना काम कर रहे हैं।


राज्योत्सव आमंत्रण पत्र से नाम गायब होने पर जनपद उपाध्यक्ष ने जताई नाराज़गी


कोरिया,बैकुंठपुर/छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस राज्योत्सव 2025 के आयोजन को लेकर जारी आमंत्रण पत्र को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। बैकुंठपुर जनपद पंचायत के उपाध्यक्ष प्यारे साहू ने इस पर कड़ी नाराज़गी जताई है।

श्री साहू का कहना है कि – “राज्योत्सव जैसे महत्वपूर्ण आयोजन के आमंत्रण पत्र में जनपद पंचायत उपाध्यक्ष का नाम न होना प्रशासन की लापरवाही और असमानता को दर्शाता है।”

उन्होंने आगे कहा कि जनपद पंचायत भी ग्रामीण विकास की प्रमुख इकाई है और राज्योत्सव जैसे ऐतिहासिक अवसर पर स्थानीय जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति और सम्मान सुनिश्चित किया जाना चाहिए था।

स्थानीय राजनीतिक और सामाजिक वर्गों में भी इस मुद्दे को लेकर चर्चा तेज़ है। कई लोगों का मानना है कि राज्योत्सव जैसे गौरवशाली आयोजन में प्रतिनिधियों के नाम छूटना प्रशासनिक समन्वय की कमी को उजागर करता है।

भारतीय पनिका समाज जिला इकाई कोरिया की समीक्षा बैठक सम्पन्न‘एक समाज, एक संगठन’ का संदेश दिया गया

 


कोरिया,बैकुंठपुर/भारतीय पनिका समाज जिला इकाई कोरिया (छत्तीसगढ़) की समीक्षा बैठक बीते 31 शुक्रवार को ग्राम खाड़ा स्थित मन्नत मैरिज गार्डन भवन में दोपहर 12:00 बजे से संपन्न हुई।बैठक की अध्यक्षता राजाराम जाता, जिला अध्यक्ष, भारतीय पनिका समाज कोरिया ने की,इस अवसर पर संभाग अध्यक्ष  रामधन देवांगन विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।

कार्यसूची की समीक्षा एवं निर्णय

बैठक में मुख्य रूप से दिनांक 26 अक्टूबर 2025 को संपन्न शपथ एवं सम्मान समारोह कार्यक्रम की समीक्षा की गई।उपस्थित सदस्यों ने इस आयोजन को समाज के इतिहास का सफल और यादगार कार्यक्रम बताया।जिन पदाधिकारियों की उपस्थिति शपथ समारोह में नहीं हो सकी थी, उन्हें संभाग अध्यक्ष द्वारा इस बैठक में पुनः ससम्मान शपथ दिलाई गई।बैठक के दौरान प्रोजेक्टर के माध्यम से शपथ सम्मान समारोह कार्यक्रम का प्रदर्शन भी किया गया, जिससे सभी सदस्य उस आयोजन की झलक देख सके।

संभाग अध्यक्ष का उद्बोधन

अपने संबोधन में संभाग अध्यक्ष  रामधन देवांगन ने कहा कि समाज की मजबूती संगठन से होती है।उन्होंने “एक समाज, एक संगठन” का संदेश देते हुए समाज विरोधी तत्वों को बर्दाश्त न करने की स्पष्ट हिदायत दी।

पदाधिकारी परिवर्तन का निर्णय

पत्र क्रमांक 23, बैकुंठपुर, दिनांक 23.10.2025 के तहत जिला पदाधिकारियों एवं कार्यकारिणी सदस्यों को सम्मानित पदों से सुशोभित किया गया था।किन्तु, सोशल मीडिया के माध्यम से कुछ पदाधिकारियों द्वारा स्वेच्छा से पद त्यागने एवं जिम्मेदारी न निभा पाने की सूचना दिए जाने पर, बैठक में सर्वसम्मति से ऐसे पदाधिकारियों को उनके पदों से पृथक करने का निर्णय लिया गया।

बैठक के समापन अवसर पर जिला अध्यक्ष राजाराम जाता ने सभी उपस्थित पदाधिकारियों एवं समाज सदस्यों का आभार व्यक्त किया।उन्होंने उपस्थित सदस्यों को डायरी एवं पेन भेंटकर सम्मानित किया।

बैठक में प्रमुख रूप से —रामलाल टांडिया (जिला कोषाध्यक्ष), तारकेश्वर प्रसाद (उपकोषाध्यक्ष), विजेंद्र मानिकपुरी (महासचिव), राजू गोयनकर, चंद्रिका प्रसाद, विजेंद्र लाल सोनवानी (उपाध्यक्षगण), दिनेश कावरा (सचिव), उमाशंकर बंटी (युवा समिति अध्यक्ष), मनीलाल (सह सचिव), मायाराम खाडेय, मनराखन कुलदीप (वरिष्ठ कार्यकारिणी सदस्य),अनीता पुरी, बिंदुमती मानिकपुरी, रानी देवांगन, बेगमती चिकनजूरी, सुषमा मुंगरी (महिला समिति सदस्य),तथा लालदास महंत (जिला मीडिया प्रभारी) सहित बड़ी संख्या में समाजजन उपस्थित रहे।

अप्रतिम कोरिया’ की झलक दिखाएगा राज्योत्सव 2025,भव्य तैयारियाँ पूरी, संस्कृति–संवेदना और विकास का संगम बनेगा उत्सव



भजन, सूफी संगीत और पारंपरिक स्वाद से महकेगा उत्सव स्थल

‘अप्रतिम कोरिया’ कॉफी टेबल बुक का होगा लोकार्पण

छायाचित्र प्रदर्शनी में दिखेगी जिले की विकास यात्रा

स्थानीय उत्पाद और बच्चों की प्रस्तुतियाँ बढ़ाएँगी आकर्षण


कोरिया, बैकुंठपुर/जिले का ऐतिहासिक तीन दिवसीय राज्योत्सव–2025 इस बार विशेष आकर्षणों के साथ मनाया जाएगा। आज से 4 नवम्बर तक बैकुंठपुर के मिनी स्टेडियम में आयोजित होने वाले इस आयोजन की तैयारियाँ अंतिम चरण में हैं। कलेक्टर श्रीमती चंदन त्रिपाठी एवं जिला पंचायत सीईओ डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी निरंतर स्थल निरीक्षण कर व्यवस्थाओं को और बेहतर बनाने में जुटे हैं, ताकि उत्सव भव्य और यादगार बन सके।

विकास की 25 वर्षी यात्रा एक मंच पर

राज्योत्सव में वर्ष 2000 से 2025 तक जिले की विकास यात्रा को थीम–लेआउट के रूप में प्रस्तुत किया जाएगा। इसमें प्रधानमंत्री आवास योजना, जल जीवन मिशन, सिंचाई व पेयजल परियोजनाएँ, पर्यटन, बिजली, सड़क और ग्रामीण ढाँचे की प्रगति की झलक दिखाई जाएगी। जनसंपर्क विभाग द्वारा ‘कोरिया की उपलब्धियों’ पर आधारित छायाचित्र प्रदर्शनी भी दर्शकों के आकर्षण का केंद्र होगी।

अप्रतिम कोरिया’ का विमोचन

जिले के प्रमुख पर्यटन स्थलों और प्राकृतिक सौंदर्य पर आधारित कॉफी टेबल बुक ‘अप्रतिम कोरिया’ का लोकार्पण राज्योत्सव के मंच से मुख्य अतिथि के हाथों किया जाएगा।

सांस्कृतिक संध्याएँ होंगी यादगार

राज्योत्सव के मंच पर स्कूलों के बच्चों की प्रस्तुतियाँ, भजन–संध्या, सूफी संगीत, लोकनृत्य और लोकगीतों से वातावरण सुर और ताल से गूँज उठेगा।

पारंपरिक स्वाद और स्थानीय उत्पादों की महक

उत्सव स्थल पर कोरिया के पारंपरिक व्यंजन और स्थानीय उत्पादों की बिक्री भी आकर्षण का केंद्र होगी। इससे महिला स्व–सहायता समूहों और स्थानीय कारीगरों को आर्थिक लाभ का अवसर मिलेगा।

एकता की दौड़ में दौड़ा कोरिया – ‘रन फॉर यूनिटी’ में उमड़ा उत्साह

 सरदार वल्लभभाई पटेल जयंती पर एकता का संदेश, सैकड़ों लोगों ने लगाई दौड़


कोरिया,बैकुंठपुर/ लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती के अवसर पर आज जिले में “रन फॉर यूनिटी” का भव्य आयोजन किया गया। कुमार चौक, बैकुंठपुर से सुबह 7 बजे बड़ी संख्या में नागरिकों, जनप्रतिनिधियों, विद्यार्थियों, युवाओं, अधिकारियों और कर्मचारियों ने एक साथ दौड़ लगाकर राष्ट्रीय एकता का संदेश दिया।


कार्यक्रम में कलेक्टर श्रीमती चंदन त्रिपाठी, पुलिस अधीक्षक  रवि कुमार कुर्रे एवं अपर कलेक्टर  सुरेंद्र प्रसाद वैद्य सहित अनेक अधिकारी उपस्थित रहे। आयोजन की शुरुआत में सरदार वल्लभभाई पटेल के तैलचित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई।इसके पश्चात सभी प्रतिभागियों ने राष्ट्रीय एकता, अखंडता और सुरक्षा बनाए रखने की शपथ ली। शपथ में यह संकल्प लिया गया कि —

 “हम राष्ट्र की एकता को सुदृढ़ करने, समाज में सद्भाव बनाए रखने तथा देश की आंतरिक सुरक्षा में अपना योगदान देने के लिए सदैव तत्पर रहेंगे।”

कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए जिला प्रशासन एवं विभिन्न विभागों द्वारा सभी तैयारियाँ पूर्व में ही पूर्ण कर ली गई थीं। इससे पहले गुरुवार को प्रेस वार्ता आयोजित कर कार्यक्रम की रूपरेखा और संदेश साझा किया गया था।कोरिया जिले के लोगों ने आज एकजुट होकर देश की अखंडता और एकता का सशक्त उदाहरण प्रस्तुत किया। 

ग्राम पंचायत मेरो उधनापुर में जरूरतमंद बालक को मिली जीवनदायिनी सहायता


एक्सेस टू जस्टिस एवं छत्तीसगढ़ प्रचार एवं विकास संस्थान की पहल से निशुल्क स्वास्थ्य जांच




मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर। समाजसेवा की मिसाल पेश करते हुए छत्तीसगढ़ प्रचार एवं विकास संस्थान एवं एक्सेस टू जस्टिस जिला मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर के संयुक्त प्रयास से ग्राम पंचायत मेरो उधनापुर के एक जरूरतमंद बालक को निशुल्क स्वास्थ्य जांच की सुविधा प्रदान की गई।

संस्था को जानकारी मिली थी कि ग्राम पंचायत क्षेत्र का एक बालक गंभीर स्वास्थ्य समस्या से जूझ रहा है, किन्तु आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण उसका इलाज संभव नहीं हो पा रहा था। जानकारी मिलते ही एक्सेस टू जस्टिस की टीम ने तत्परता दिखाते हुए मदद के लिए पहल की।

संस्था के प्रतिनिधि नीरज कुमार के समन्वय से बालक को तुरंत चिकित्सीय सहायता उपलब्ध कराई गई और आगे की कार्यवाही हेतु उसे बाल कल्याण समिति (CWC) के समक्ष प्रस्तुत किया गया। समिति द्वारा बालक को निरंतर सहयोग और संरक्षण प्रदान करने की दिशा में कदम बढ़ाए गए हैं।

संस्था के प्रतिनिधियों ने बताया कि बच्चों के अधिकारों और संरक्षण के लिए जिले में लगातार जागरूकता एवं सहायता गतिविधियाँ चलाई जा रही हैं। संस्था का उद्देश्य है कि प्रत्येक जरूरतमंद बच्चे तक स्वास्थ्य, शिक्षा और न्याय की पहुंच सुनिश्चित की जा सके।

ग्रामवासियों ने संस्था और टीम की इस संवेदनशील एवं मानवीय पहल की सराहना की। उन्होंने कहा कि संस्था की तत्परता से बालक को समय पर उपचार और देखभाल मिल सकी, जिससे उसका जीवन सुरक्षित हो पाया। यह पहल बच्चों के अधिकारों, स्वास्थ्य और सुरक्षा के क्षेत्र में संस्थान के समर्पण और जिम्मेदारी का उदाहरण है।

कोरिया में स्वास्थ्य सेवाओं का व्यापक विस्तार — 25 वर्षों में दर्ज हुआ ऐतिहासिक परिवर्तन

 डायलिसिस, सीटी स्कैन, सोनोग्राफी और ऑक्सीजन प्लांट जैसी अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध

राज्य का पहला वयोवृद्ध स्वास्थ्य जांच केंद्र कोरिया में संचालित

2 लाख 67 हजार से अधिक नागरिक लाभान्वित, आयुष उपचार से 8 लाख 88 हजार मरीजों को मिला स्वास्थ्य लाभ



कोरिया,बैकुंठपुर/पिछले पचीस वर्षों में कोरिया जिले ने स्वास्थ्य क्षेत्र में उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल की हैं। प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं से लेकर आधुनिक उपचार सुविधाओं तक, जिले में स्वास्थ्य ढांचे का विस्तार और गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा व्यवस्था ने नए कीर्तिमान स्थापित किए हैं।

स्वास्थ्य अधोसंरचना में बड़ा बदलाव

वर्ष 2000 में जहां जिले में सीमित स्वास्थ्य सुविधाएं थीं, वहीं वर्ष 2025 तक इनकी संख्या और गुणवत्ता दोनों में जबरदस्त सुधार हुआ है।उप स्वास्थ्य केंद्र 82 से बढ़कर 89, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र 8 से बढ़कर 11 तथा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र 2 से बढ़कर 4 हो गए हैं।जिला अस्पताल की क्षमता भी 100 बिस्तरों से बढ़ाकर 200 बिस्तरों की गई है।

आज कोरिया जिले में मातृ एवं शिशु अस्पताल, फर्स्ट रेफरल यूनिट, हमर लैब, एनआरसी, वायरोलॉजी लैब, डायलिसिस यूनिट, सीटी स्कैन, सोनोग्राफी, ईको मशीन एवं ऑक्सीजन प्लांट जैसी आधुनिक सेवाएं उपलब्ध हैं।इसके साथ ही राज्य का पहला वयोवृद्ध हेल्थ चेकअप सेंटर भी कोरिया में संचालित है, जो वरिष्ठ नागरिकों के लिए समर्पित सुविधा के रूप में कार्य कर रहा है।

वर्तमान में जिले में 55 चिकित्सक, 11 विशेषज्ञ डॉक्टर, 97 नर्सिंग स्टाफ, 16 लैब टेक्नीशियन, 93 एएनएम, 78 एमपीडब्ल्यू सहित कुल 10 एम्बुलेंस और 7 मुक्तांजलि वाहन निरंतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान कर रहे हैं।

 जनकल्याणकारी योजनाओं से बढ़ा लोगों का भरोसा

स्वास्थ्य विभाग की जनहित योजनाओं के अंतर्गत जिले में अब तक 2,67,244 आयुष्मान भारत कार्ड तथा 7,177 आयुष्मान वय वंदना कार्ड बनाए जा चुके हैं। इनसे हजारों परिवारों को निःशुल्क और सुलभ चिकित्सा सेवाओं का लाभ मिल रहा है।

 आयुष विभाग की उल्लेखनीय उपलब्धियां

वर्ष 2000 में जिले में केवल 05 आयुर्वेद औषधालय थे, जो अब बढ़कर 07 हो गए हैं।पहले जहाँ 05 आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी और 02 फार्मासिस्ट कार्यरत थे, वहीं अब 07 चिकित्सा अधिकारी और 07 फार्मासिस्ट सेवा दे रहे हैं।जिला अस्पताल बैकुंठपुर में संचालित आयुष विंग में पंचकर्म चिकित्सा जैसे स्नेहन, स्वेदन, कटिबस्ति, जानुबस्ति, अभ्यंग और शिरोधारा जैसी पारंपरिक उपचार विधियाँ लोकप्रिय हो रही हैं।वर्तमान में कोरिया जिले में 07 आयुर्वेद, 04 होम्योपैथी, और 02 यूनानी केंद्र संचालित हैं।इनसे अब तक 8 लाख 88 हजार से अधिक मरीज उपचार लाभ प्राप्त कर चुके हैं।जिले के 07 आयुर्वेद औषधालयों में से 05 को आयुष्मान आरोग्य मंदिर के रूप में विकसित किया गया है, जबकि मोबाइल मेडिकल यूनिट (आयुष) के माध्यम से दूरस्थ ग्रामीण अंचलों में भी स्वास्थ्य सेवाएं पहुँच रही हैं।

मुख्यमंत्री की प्राथमिकता में स्वास्थ्य और आयुष

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री  विष्णु देव साय के नेतृत्व में प्रदेश के हर गांव, शहर और विशेषकर सुदूर अंचलों में स्वास्थ्य अधोसंरचना के सशक्तिकरण एवं आयुष चिकित्सा के विस्तार के लिए निरंतर कार्य हो रहे हैं।निश्चित रूप से इन 25 वर्षों की विकास यात्रा में कोरिया जिला स्वास्थ्य एवं आयुष के क्षेत्र में प्रदेश के अग्रणी जिलों में शुमार हो गया है।


अवैध परिवहन पर कलेक्टर के निर्देश पर बड़ी कार्रवाई,खनिज अधिकारी ने कहा तीन वाहन जप्त, आगे भी कार्यवाही जारी रहेगी




कोरिया,बैकुंठपुर/ कलेक्टर कोरिया के निर्देश पर खनिज विभाग और राजस्व विभाग की संयुक्त टीम की अवैध खनिज  परिवहन के खिलाफ बड़ी कार्यवाही करते हुए तीन वाहनों को जप्त किया है। यह कार्यवाहीं तहसील पटना क्षेत्र में की गई।

गश्त के दौरान इन वाहनों को अवैध रूप से गौण खनिज रेत का परिवहन करते पाया गया, जिसके बाद उन्हें मौके पर ही जब्त कर समीपस्थ  पटना थाना में अभिरक्षा में रखा गया है।


जप्त किए गए वाहनों की जानकारी

सीजी 16 सीएन 5852 मिनी ट्रक वाहन मालिक श्री जगदीश साहू, सीजी 12 ए एन 8294 मिनी ट्रक वाहन मालिक श्री अमरदीप, महिंद्रा सोल्ड श्री सुरेन्द्र कुमार राजवाड़े ट्रैक्टर वाहन इन वाहन मालिकों के विरुद्ध छत्तीसगढ़ गौण खनिज नियम 2015 की धारा 71 तथा खान और खनिज (विकास एवं विनियमन) अधिनियम 1957 की धारा 21 से 23 (ख) के तहत प्रकरण दर्ज कर आगे की विधिक कार्रवाई की जा रही है।

जिला खनिज अधिकारी ने जानकारी दी है कि कलेक्टर के निर्देशन में खनिजों के अवैध उत्खनन, परिवहन एवं भंडारण के विरुद्ध निरंतर कार्रवाई जारी है। खनिज अधिकारी कहा है  कि भविष्य में भी ऐसी गतिविधियों पर सख्ती से रोक लगाने के लिए नियमित रूप से निरीक्षण एवं कार्रवाई की जाएगी।

कोरिया जिले में सिंचाई क्षमता में ढाई गुना वृद्धि, 25 वर्षों में खेती का चेहरा बदला

 सिंचाई रकबे में उल्लेखनीय बढ़ोतरी, 40 हजार से अधिक किसान ले रहे लाभ




कोरिया बैकुंठपुर/छत्तीसगढ़ राज्य के रजत जयंती वर्ष में कोरिया जिले ने सिंचाई के क्षेत्र में नई ऊँचाइयाँ हासिल की हैं। पिछले 25 वर्षों में जिले की कुल सिंचित रकबा में ढाई गुना से अधिक वृद्धि हुई है। वर्ष 2000 में जिले का सिंचित रकबा 18 हजार 13 हेक्टेयर था, जो अब बढ़कर 21 हजार 102 हेक्टेयर तक पहुँच गया है।

यदि सिंचाई प्रतिशत की बात करें तो यह वर्ष 2000 में 13.72 प्रतिशत थी, जो अब बढ़कर 34.55 प्रतिशत हो गई है। यह वृद्धि जिले की कृषि व्यवस्था और जल संसाधन प्रबंधन में आए सकारात्मक परिवर्तन को दर्शाती है।

रबी फसलों के सिंचाई रकबे में भी उल्लेखनीय प्रगति दर्ज की गई है। वर्ष 2000 में जहाँ मात्र 3 हजार 595 हेक्टेयर में रबी फसलों को सिंचाई सुविधा प्राप्त थी, वहीं अब यह क्षेत्र बढ़कर 5 हजार 469 हेक्टेयर तक पहुँच गया है।

जल संसाधन संभाग, बैकुंठपुर के अनुसार, वर्ष 2000 में जिले में 1 मध्यम और 63 लघु सिंचाई परियोजनाएँ संचालित थीं।वर्तमान में 2025 में यह संख्या 2 मध्यम और 58 लघु परियोजनाओं तक है। इस बीच अविभाजित कोरिया जिले की 43 लघु परियोजनाएँ नवगठित मनेंद्रगढ़ -चिरमिरी-भरतपुर जिले को हस्तांतरित की गई हैं।

वर्ष 2000 में 28 हजार 619 किसान सिंचाई परियोजनाओं से लाभान्वित हो रहे थे, जबकि अब यह संख्या बढ़कर 40 हजार 210 तक पहुँच गई है। जिले में वर्तमान में कुल 60 सिंचाई परियोजनाएँ संचालित हैं, जिनमें से 2 प्रमुख हैं।

यह उपलब्धि न केवल कोरिया जिले की कृषि उत्पादकता में वृद्धि का प्रतीक है, बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था की मजबूती और किसानों की जीवनशैली में आए सकारात्मक बदलाव का भी द्योतक है।



तीन दिन में केबल चोरी का खुलासा — पाँच आरोपी गिरफ्तार



कोरिया/चरचा, थाना चरचा पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए केबल चोरी के मामले का मात्र तीन दिनों में खुलासा कर पाँच आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। चोरी की गई केबल की कीमत लगभग 80 हजार रुपये आंकी गई है।

जानकारी के अनुसार दिनांक 15 अक्टूबर 2025 को विवेकानंद कॉलोनी, चरचा निवासी धरमनारायण राजवाड़े ने थाना चरचा में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि 14 अक्टूबर की रात 11 बजे से सुबह 6 बजे की शिफ्ट में कार्य के दौरान 56 लेवल पंप के पास रखे लगभग 450 मीटर लंबे केबल तार को अज्ञात चोरों ने काटकर चोरी कर लिया। चोरी की कीमत करीब 70 से 80 हजार रुपये बताई गई। मामले की गंभीरता को देखते हुए थाना चरचा में अपराध क्रमांक 201/2025 धारा 331(4), 305(ई) भारतीय न्याय संहिता के तहत अपराध दर्ज कर जांच शुरू की गई।



गहन पूछताछ, साक्ष्य एकत्र कर और तकनीकी पहलुओं का उपयोग करते हुए पुलिस ने पाँच संदेहियों — मंगल उर्फ गोलू बसोर (24), पुरुषोत्तम उर्फ गोलर बसोर (21), मोहित बसोर (21), अयोध्या बसोर (19) एवं नितेश बसोर (19), सभी निवासी घुटरी दफाई, चरचा — को हिरासत में लेकर पूछताछ की। पूछताछ में पाँचों ने केबल चोरी की घटना स्वीकार कर ली। आरोपियों को 17 अक्टूबर को विधिवत गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया है।

पुलिस की कार्रवाई जारी है और फरार अन्य आरोपियों की पतासाजी की जा रही है। आरोपियों ने चोरी की गई केबल को अपने पास रखकर बेचने की योजना कबूल की है।

इस सफलता में पुलिस अधीक्षक कोरिया  रवि कुमार कुर्रे के निर्देशन, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक  पंकज पटेल, एसडीओपी बैकुंठपुर  राजेश साहू के मार्गदर्शन तथा थाना प्रभारी चरचा निरीक्षक श्री प्रमोद पांडे के नेतृत्व में टीम ने बेहतरीन काम किया। इस टीम में उपनिरीक्षक अनिल सोनवानी, एएसआई बालकृष्ण राजवाड़े, प्रधान आरक्षक अमित त्रिपाठी, शशि भूषण, बृजेश सिंह, रूप नारायण सिंह, अजय राजवाड़े, मधु प्रसाद राजवाड़े, जय सिंह, राजेन्द्र सिंह, उमेश्वर राजवाड़े, महिला आरक्षक रंजना, सैनिक रविदास, सतीश सिंह, विकास सिंह एवं राजेश टांडे शामिल रहे। थाना चरचा पुलिस की त्वरित कार्रवाई से चोरी के मामले में बड़ी सफलता मिली है और इससे अपराधियों में पुलिस का खौफ साफ नजर आ रहा है।

राष्ट्रीय कॉन्क्लेव में राष्ट्रपति के हाथों कोरिया को मिला राष्ट्रीय सम्मान





केंद्रीय जनजातीय मंत्री  जुएल उरांव व केंद्रीय राज्यमंत्री  दुर्गा दास उइके भी रहे उपस्थित


धरती आबा जनजाति उत्कर्ष अभियान में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए कलेक्टर श्रीमती चंदन त्रिपाठी को किया गया सम्मानित



कोरिया, बैकुंठपुर/भारत सरकार के जनजातीय कार्य मंत्रालय, नई दिल्ली द्वारा आयोजित राष्ट्रीय कॉन्क्लेव ऑन ‘आदि कर्मयोगी अभियान’ का आयोजन 17 अक्टूबर 2025 को विज्ञान भवन, नई दिल्ली में किया गया।

इस कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ राज्य को प्रधानमंत्री जनजातीय आदिवासी न्याय महाअभियान और आदि कर्मयोगी अभियान में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू और केंद्रीय जनजाति कार्य मंत्री श्री जुएल ओराम व केंद्रीय राज्यमंत्री श्री दुर्गा दास उइके की उपस्थिति में छत्तीसगढ़ शासन के प्रमुख सचिव श्री सोनमणि बोरा को सम्मानित किया गया। 

वहीं कोरिया जिले को 'धरती आबा जनजाति ग्राम उत्कर्ष अभियान' में उत्कृष्ट कार्यों के लिए राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू के हाथों  कलेक्टर श्रीमती चंदन त्रिपाठी को सम्मानित किया गया।

विदित हो कि 'धरती आबा जनजाति ग्राम उत्कर्ष अभियान' के तहत जिले के 154 जनजाति बहुल ग्रामों में लगातार बुनियादी सुविधाओं के साथ उनके समग्र विकास के लिए निरंतर कार्य किया जा रहा है। यह सम्मान कोरिया जिले में जनजातीय क्षेत्रों में नवाचार, जनसहभागिता एवं सतत विकास की दिशा में किए जा रहे उल्लेखनीय कार्यों की राष्ट्रीय स्तर पर स्वीकृति का प्रतीक है।

इसके अलावा जिला धमतरी को पीएम-जनमन अभियान में एवं जिला मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी को अधोसंरचना विषय पर तथा छत्तीसगढ़ राज्य को स्वास्थ्य एवं पोषण विषय पर प्रस्तुतीकरण देने हेतु चयनित किया गया है।

सूरजपुर में 52 परियों का खेल जोरों पर – प्रशासन की खामोशी पर उठे सवाल



सूरजपुर। जिले में इन दिनों 52 परियों का अवैध जुआं खेल खुलेआम परवान चढ़ रहा है। सूत्रों के मुताबिक यह खेल केवल श्रीनगर थाना क्षेत्र तक ही सीमित नहीं, बल्कि सूरजपुर सिटी कोतवाली क्षेत्र से लेकर सीमावर्ती इलाकों तक फैला हुआ है। हर रोज़ लाखों–करोड़ों रुपये का अवैध लेन-देन इसी खेल के ज़रिए किया जा रहा है, जिससे न केवल स्थानीय अर्थव्यवस्था पर नकारात्मक असर पड़ रहा है, बल्कि अपराध को भी अप्रत्यक्ष रूप से बढ़ावा मिल रहा है।

जानकारी के अनुसार, इस पूरे नेटवर्क को कुछ प्रभावशाली लोगों का संरक्षण प्राप्त है। जबकि राज्य सरकार ने साफ निर्देश जारी किए हैं कि “काला बाज़ारी और अवैध कारोबार किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा”, फिर भी जिले में अंतरराज्यीय जुआं फड़ का संचालित होना कई गंभीर सवाल खड़े कर रहा है।

स्थानीय निवासियों का आरोप है कि पुलिस और प्रशासन की चुप्पी इस अवैध कारोबार को और ताकत दे रही है। सूत्रों का कहना है कि इस खेल में बाहरी राज्यों से भी खिलाड़ी आकर भाग ले रहे हैं, जिससे यह एक संगठित नेटवर्क का रूप ले चुका है।

आखिर जब सरकार सख्त कार्रवाई की बात कर रही है, तब जिले में इस अवैध जुए के अड्डे कौन चला रहा है और इन्हें संरक्षण कौन दे रहा है? प्रशासन और पुलिस विभाग की चुप्पी से यह संदेह और गहरा हो गया है कि कहीं न कहीं ऊपरी स्तर पर भी मिलीभगत है।

स्थानीय लोगों ने जिला प्रशासन और पुलिस विभाग से इस जुआं माफिया पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है ताकि जिले में फैल रहे इस अवैध कारोबार पर अंकुश लगाया जा सके और आम जनता में कानून व्यवस्था के प्रति भरोसा बहाल हो सके।

बसवाही की जयवती बनीं आत्मनिर्भरता की मिसाल — टमाटर की खुशबू पहुंची महाराष्ट्र तक

 



कोरिया,बैकुंठपुर//मेहनत लगन और आत्मविश्वास अगर साथ हो तो सफलता दूर नहीं रहती।इस बात को कोरिया जिले के सोनहत विकासखंड के ग्राम बसवाही की श्रीमती जयवती ने सच कर दिखाया है। अपने खेतों में उगाए टमाटर को उन्होंने न केवल आसपास के बाजारों तक पहुंचाया बल्कि अब इनकी पैदावार महाराष्ट्र की रसोई तक अपनी पहचान बना रही है।

जयवती ‘चमेली स्व सहायता समूह’ से जुड़ी हैं। अपने पति श्री गोपाल चेरवा के सहयोग से वे तीन एकड़ भूमि में टमाटर की खेती करती हैं। उनके पति धान की खेती और अन्य कृषि कार्यों में भी बराबरी से हाथ बंटाते हैं। जयवती बताती हैं, “कभी सोचा भी नहीं था कि हमारे गांव में उगाए टमाटर महाराष्ट्र तक जाएंगे, लेकिन अब यह हकीकत है।”

बेहतर पैदावार और लगातार मेहनत से आज उनका टमाटर बिलासपुर, रायपुर से लेकर महाराष्ट्र तक सप्लाई हो रहा है। इस खेती से उनके परिवार को सालाना करीब तीन लाख रुपये की आमदनी होती है, जिससे परिवार की आर्थिक स्थिति में बड़ा बदलाव आया है।

जयवती जैसी महिलाएं स्व-सहायता समूहों के माध्यम से न केवल अपने परिवार को संबल दे रही हैं, बल्कि ग्रामीण समाज में आत्मनिर्भरता और प्रगति की नई मिसाल भी कायम कर रही हैं।

बैकुंठपुर हेचरी को लेकर शासन का बड़ा फैसला — Restocking की प्रक्रिया जारी रहेगी, स्थानांतरण पर भी चल रहा विचार



कोरिया।बैकुंठपुर नगर के मध्य स्थित शासकीय कुक्कुट प्रक्षेत्र (हेचरी) को लेकर पिछले कुछ समय से उठ रहे विवाद के बीच अब शासन ने स्थिति स्पष्ट कर दी है। भारत सरकार द्वारा कोरिया जिले को बर्ड फ्लू मुक्त घोषित करने के बाद राज्य शासन ने हैचरी को पुनः शुरू करने और Restocking की प्रक्रिया तत्काल प्रभाव से आरंभ करने के निर्देश जारी किए हैं। साथ ही स्थानीय जनप्रतिनिधियों के विरोध को देखते हुए हेचरी को नगर से बाहर स्थानांतरित करने पर भी विचार किया जा रहा है।

बता दे कि पशु चिकित्सा सेवायें द्वारा 12 सितंबर को जारी पत्र में उल्लेख किया गया है कि बैकुंठपुर हेचरी लंबे समय से संचालित हो रही है और अब तक इससे कोई भी स्वास्थ्य संकट सामने नहीं आया है। विभाग ने बताया कि फार्म में भारत सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन के अनुसार जैव सुरक्षा मानकों का पालन किया जाता है। नालियों और सीवेज की समुचित निकासी, स्वच्छता व्यवस्था और सेनेटाइजेशन की व्यवस्था विभाग द्वारा नियमित रूप से की जाती है।

पत्र में यह भी कहा गया है कि हेचरी बंद रहने से शासन को लाखों रुपये के राजस्व का नुकसान होगा। इसके साथ ही जिले के किसानों, हितग्राहियों, बेरोजगार युवाओं और मजदूरों को भी भारी आर्थिक क्षति होगी। विभाग का स्पष्ट मत है कि जब तक नई जगह पर स्थानांतरण की प्रक्रिया पूरी नहीं होती, तब तक वर्तमान हैचरी से ही संचालन जारी रखा जाना हितकारी होगा।

जनप्रतिनिधियों का विरोध और शासन का जवाब

 गौरतलब है कि, कुछ स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने हेचरी नगर के बीच स्थित होने के कारण स्वच्छता और स्वास्थ्य संबंधी खतरे की आशंका जताते हुए इसे नगर से बाहर स्थानांतरित करने की मांग की है। शासन ने इस विरोध को गंभीरता से लेते हुए कहा है कि जनप्रतिनिधियों की आशंकाओं को नज़रअंदाज़ नहीं किया जा रहा। इसके लिए नगर के बाहर उपयुक्त भूमि की पहचान की जा रही है, जहाँ एक नई आधुनिक हैचरी स्थापित की जाएगी। प्रस्तावित स्थान के लिए लगभग 15 एकड़ भूमि की आवश्यकता और करीब 25 करोड़ रुपये के व्यय का अनुमान विभाग द्वारा लगाया गया है।

बर्ड फ्लू से मुक्ति के बाद Restocking की अनुमति

भारत सरकार ने 21 जुलाई 2025 को कोरिया  जिले को Highly Pathogenic Avian Influenza से मुक्त घोषित किया था। इसके बाद राज्य शासन ने 22 जुलाई और 14 अगस्त 2025 को पत्र जारी कर Restocking की अनुमति दी। विभाग ने स्पष्ट किया कि हेचरी संचालन पर कोई प्रतिबंध नहीं है और यह प्रक्रिया योजना के अनुसार जारी रहेगी। यह निर्णय स्थानीय बाजार में चूजों और अंडों की आपूर्ति को बनाए रखने और किसानों को राहत देने के लिए भी अहम है।

मजदूरों की आजीविका पर संकट

हेचरी के संचालन पर रोक से न केवल शासन को राजस्व की हानि हो रही है, बल्कि यहाँ कार्यरत मजदूरों की आजीविका पर भी संकट मंडरा गया है। मजदूरों ने हाल ही में कलेक्टर कोरिया को ज्ञापन सौंपकर अपनी परेशानी जाहिर की। उनका कहना है कि अचानक हेचरी बंद होने से उनकी आमदनी रुक गई है, जिससे परिवार के भरण-पोषण, बच्चों की पढ़ाई और दैनिक खर्च पूरे करना मुश्किल हो गया है। उन्होंने प्रशासन से शीघ्र समाधान की मांग की है।

विगत सात माह से बंद पड़ी हेचरी आख़िर कब से होगा शुरू

विभाग ने जनप्रतिनिधियों, किसानों और मजदूरों — से सहयोग की अपील की है। विभाग का कहना है कि जब तक नई जगह का निर्माण कार्य पूरा नहीं हो जाता, तब तक वर्तमान हैचरी से ही Restocking और संचालन जारी रखा जाएगा ताकि किसानों, हितग्राहियों और मजदूरों की आजीविका प्रभावित न हो। साथ ही सुरक्षा मानकों को और अधिक कड़ाई से लागू किया जाएगा ताकि जनप्रतिनिधियों की आशंकाएं भी दूर हों। लेकिन सवाल यह कि आखिर महीनों से बंद पड़े हेचरी से किसानों को चूजे कब तक मिलना प्रारम्भ हो पायेगा इस बात को लेकर भी नगर में चर्चाओं का दौर जारी है।




एक के बाद एक शिकायतों से घिरा डिप्टी डायरेक्टर कार्यालय PAIW कार्यकर्ताओं ने मानदेय भुगतान में रिश्वतखोरी के लगाए गंभीर आरोप

 



बैकुंठपुर, कोरिया। कोरिया जिले के पशुपालन विभाग में भ्रष्टाचार के आरोपों ने एक बार फिर विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। उप संचालक कार्यालय में पदस्थ कर्मचारियों पर PAIW कार्यकर्ताओं से मानदेय भुगतान के एवज में 20% कमीशन की मांग के गंभीर आरोप लगे हैं। एक ही दिन में तीन अलग-अलग PAIW कार्यकर्ताओं ने विभाग के खिलाफ लिखित शिकायतें दर्ज कराईं, जिनमें न केवल रिश्वत मांगने बल्कि रकम ट्रांसफर और वापस लौटाने तक की बात दर्ज है।इन शिकायतों ने डिप्टी डायरेक्टर विभा सिंह बघेल के अधीनस्थ कार्यालय की कार्यशैली पर गहरे सवाल खड़े कर दिए हैं।

 20% दिए बिना मानदेय भुगतान नहीं

ग्राम लटमा निवासी बुधराम देवांगन ने अपनी लिखित शिकायत में बताया कि 01 अप्रैल 2020 से आज तक मेरा मानदेय भुगतान नहीं किया गया। जबकि जो लोग 20% राशि देते हैं, उनका भुगतान राजेन्द्र बाबू बराबर कर रहे हैं। डॉ. विभा सिंह बघेल और संचालक महोदय से कई बार मौखिक अनुरोध करने पर कहा गया कि ‘20% रिश्वत ऊपर देना पड़ेगा तभी भुगतान हो पाएगा।’ मैंने मना किया तो बोला गया ‘जहां जाना है जाओ, किसी से डर नहीं है।उन्होंने आगे लिखा राजेन्द्र बाबू शाखा प्रभारी का कहना है कि जब तक 20% रिश्वत राशि पहले नहीं दोगे, तब तक मानदेय नहीं बनेगा। जो दे रहे हैं, उनका भुगतान हो रहा है और ऊपर भी देना पड़ता है।वही ग्राम चिरोली निवासी सुरेश कुमार पावले ने अपनी शिकायत में कहा मैं गरीब परिवार से हूं। 20% रिश्वत देने में असमर्थ हूं। 2021 से मेरा मानदेय भुगतान लंबित है। कई बार अधिकारियों से निवेदन किया लेकिन भुगतान नहीं हुआ। भुगतान में देरी की वजह साफ है -रिश्वत न देना

 एक लाख अठारह हजार फोनपे से दिए, शिकायत पर राशि लौटी

PAIW कार्यकर्ता विकास कुमार साहू ने विभाग पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहाअक्टूबर 2022 से रुकी ₹23,07,850 की मानदेय राशि के भुगतान के एवज में कार्यालय में पदस्थ कर्मचारी ने ₹1,18,000 की रिश्वत की मांग की। मैंने यह राशि किस्तों में फोनपे के जरिए ट्रांसफर की। जब मैंने यह मामला कलेक्टर कोरिया के जनदर्शन सहित विभाग के उच्च अधिकारियों को शिकायत करने पर ली गई रिश्वत राशि मुझे वापस लौटा दी गई।इस बयान ने विभाग में भ्रष्टाचार के आरोपों को और भी मज़बूती से साबित कर दिया।PAIW कार्यकर्ता बुधराम देवांगन, सुरेश कुमार पावले और विकास कुमार साहू ने उप संचालक पशुपालन विभाग कोरिया, संचालक पशु चिकित्सा सेवाएं रायपुर और कलेक्टर कोरिया को अपनी शिकायतों की प्रतियां सौंपी है।

विभाग की चुप्पी और जांच समिति पर सवाल

रिश्वत की राशि लौटाए जाने के बाद भी विभाग ने न तो किसी कर्मचारी पर कार्रवाई की और न ही कोई FIR दर्ज की। इसके बजाय एक विभागीय जांच समिति गठित कर दी गई है, जिसे लेकर PAIW कार्यकर्ताओं का आरोप है कि यह शिकायत को दबाने की कोशिश है।गौरतलब है कि इससे पहले भी पशुपालन विभाग में दवा खरीदी और कार्यालय मरम्मत में अनियमितताओं की खबरें सुर्खियों में रही हैं।शिकायतकर्ताओं ने मांग की है कि रिश्वत लेने में शामिल कर्मचारियों पर सख्त कार्रवाई की जाए और उनका वर्षों से लंबित मानदेय तुरंत जारी किया जाए। उनका कहना है कि जांच समिति बनाकर विभाग मामले को ठंडे बस्ते में डालना चाहता है, लेकिन इस बार वे पीछे नहीं हटेंगे।अब देखना यह होगा कि जिला प्रशासन और विभाग इस मामले में क्या कदम उठाते हैं।


डिप्टी डायरेक्टर की हठधर्मिता,मानदेय भुगतान में गड़बड़ी, रिश्वतखोरी का आरोप ? फिर भी खुद को पाकसाफ दिखाने जांच समिति के नाम जोर आजमाइश की कोशिश

 


बैैकुंठपुर,कोरिया/कोरिया जिले के पशु पालन विभाग में  पदस्थ डिप्टी डायरेक्टर डॉ विभा सिंह बघेल अपने विभागीय दायित्वों के निर्वहन को लेकर खासे चर्चे में है। उनके जिला कार्यालय में पदस्थ कर्मचारियों ने उनके नाक के नीचे या यूं कहें कि उनके मौन स्वीकृति से एक बार फिर विभाग को कटघरे में ला खड़ा कर दिया।खैर कोरिया के पशुपालन विभाग में यह कोई नया मामला नही है, पूर्व में भी दवा खरीदी सहित कार्यालय मरम्मत के नाम पर लाखों रुपये की अनियमितता की बाते अखबारों की सुर्खियों बनी रही। 

ताजा मामला सीधे उप संचालक के कार्यालय से जुड़ा है,जहां एक  PAIW कार्यकर्ता ने मानदेय भुगतान को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि अक्टूबर 2022 से अब तक का 23 लाख 7 हज़ार 850 रुपये का मानदेय उन्हें प्राप्त नहीं हुआ है, जबकि इस अवधि में वे लगातार कार्य कर रहे हैं।पीड़ित का आरोप है कि विभागीय स्तर पर उनके मानदेय की राशि को रोके जाने एव भुगतान करने के एवज में  रिश्वत की मांग की गई। शिकायत पत्र के अनुसार, उनसे 1 लाख 18 हज़ार रुपये की मांग की गई और उन्होंने कार्यालय में पदस्थ एक बाबू के कहने पर उक्त रिश्वत की राशि कार्यालय में ही पदस्थ एक अन्य कर्मचारी के फोनपे में किस्तो में एक लाख से अधिक की राशि किस्तो में ट्रांसफर किया।यही नही इस संबंध में पीड़ित ने उप संचालक पशु चिकित्सा सेवाएं बैकुंठपुर से लेकर संचालक पशु चिकित्सा सेवाएं रायपुर तक आवेदन दिया है, लेकिन अब तक किसी भी स्तर से समाधान नहीं हुआ।

शिकायत के बाद रिश्वत की राशि लौटाई गई


शिकायतकर्ता विकास कुमार साहू ने कलेक्टर कोरिया के  जनदर्शन सहित विभाग में इसकी शिकायत की तब रिश्वत की रकम उन्हें वापस लौटा दी गई।इस पूरे घटनाक्रम में एक बात तो तय माना जा सकता है कि डिप्टी डायरेक्टर कार्यालय में पदस्थ कर्मचारी रिश्वत लेने में किस कदर हावी है।इस पूरे मामले में रिश्वत लेने और रिश्वत की राशि को वापस किये जाने के उपरांत भी डिप्टी डायरेक्टर को चाहिए था कि पूरे रिश्वत लेने और वापस करने में संलिप्त दोषियों कार्रवाई करने की बजाए एक ईमानदार मानदेय में कार्यरत व्यक्ति के शिकायतों की जांच के लिए समिति गठित की जा रही है,ताकि शिकायत कर्ता द्वारा किये गए शिकायत को जाँच विभागीय जाँच समिति के रिपोर्ट अनुसार उसे  झुठलाया जा सके।

कोरिया में अवैध नशीली दवाओं के कारोबार पर पुलिस-औषधि विभाग ने की कार्रवाई

 

मुखबिर की सूचना पर रंगे हाथ पकड़ा आरोपी



कोरिया,बैकुंठपुर/राज्य शासन के निर्देश एवं नियंत्रक, खाद्य एवं औषधि प्रशासन के मार्गदर्शन में जिले में अवैध औषधि कारोबार पर नियंत्रण के लिए लगातार निगरानी और जांच जारी है। इसी कड़ी में पुलिस और औषधि विभाग की संयुक्त टीम ने बैकुंठपुर थाना क्षेत्र में मुखबिर की सूचना पर कार्रवाई करते हुए आरोपी प्रियांसु साहू उर्फ छोटू (20 वर्ष) को रंगेहाथ पकड़ लिया।


जाँच के दौरान आरोपी के कब्जे से कुल 28 नग नशीले इंजेक्शन (बुप्रेनोर्फिन एवं फेनिरामाइन मेलेटेट) बरामद किए गए, जिनकी बाजार कीमत लगभग 7000 रुपए आंकी गई। आरोपी वैध दस्तावेज पेश नहीं कर सका। उसे धारा 22(ब) एनडीपीएस एक्ट के तहत गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय में पेश किया गया।

खाद्य एवं औषधि प्रशासन ने आमजन से अपील की है कि वे अवैध औषधियों और नशीले पदार्थों के प्रयोग और खरीद-फरोख्त से दूर रहें। किसी भी संदेहास्पद गतिविधि की सूचना तुरंत औषधि विभाग या पुलिस को दें।

सांसद महंत ने किया हवलदार डॉ. महेश मिश्रा का सम्मान


जनसेवा और जीवन रक्षा कार्यों को बताया अनुकरणीय


कोरिया,बैकुंठपुर
/सांसद श्रीमती ज्योत्सना चरणदास महंत बुधवार को ग्राम खैरी पहुंचीं, जहां उन्होंने नगर सेना हवलदार एवं ट्रैफिक मैन के नाम से प्रसिद्ध डॉ. महेश मिश्रा को सम्मानित किया। स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्रपति द्वारा गृह रक्षक एवं नागरिक सुरक्षा पदक से नवाजे जाने पर सांसद महंत ने उन्हें बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कहा कि मिश्रा जी ने “तन समर्पित, मन समर्पित, जीवन समर्पित समाज सेवा के नाम” की भावना को साकार कर दिखाया है।

सांसद महंत ने कहा कि डॉ. मिश्रा जैसे समर्पित कर्मियों पर हम सबको गर्व है। उनके प्रयासों से न केवल प्रदेश और देश का मान बढ़ता है बल्कि आम नागरिकों में जीवन रक्षा जैसे पुण्य कार्यों के प्रति सकारात्मक संदेश भी जाता है।

गौरतलब है कि हवलदार डॉ. महेश मिश्रा पिछले दो दशकों से लगातार जनजागरूकता और समाजसेवा के क्षेत्र में सक्रिय हैं। उन्होंने अब तक सैकड़ों लोगों की जान बचाकर सेवा कार्य की मिसाल पेश की है। इन्हीं उत्कृष्ट योगदानों के कारण उन्हें राष्ट्रपति पदक से अलंकृत किया गया, जिससे पूरा छत्तीसगढ़ और विशेषकर कोरिया जिला गौरव का अनुभव कर रहा है।

इस अवसर पर सांसद महंत के साथ योगेश शुक्ला, वेदांती तिवारी, विनोद शर्मा, सूरज महंत, भूपेंद्र यादव, सौरभ गुप्ता, जगदीश कुशवाहा सहित ग्राम पंचायत डकईपारा की सरपंच कातो बाई, उपसरपंच शशिकला मिश्रा तथा बड़ी संख्या में ग्रामीण व गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। सभी ने डॉ. मिश्रा को शुभकामनाएं और सम्मान अर्पित किया।

हेचरी बंद होने से मजदूरों की रोज़ी-रोटी पर संकट, कलेक्टर कोरिया को सौंपा ज्ञापन



बर्ड फ्लू के बाद से बंद पड़ा हेचरी

कोरिया/बैकुंठपुर- नगर स्थित शासकीय कुक्कुट प्रक्षेत्र (हेचरी) बंद होने से वहाँ कार्यरत मजदूरों के सामने रोज़ी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है। अपनी कठिनाइयों को लेकर मजदूरों ने कलेक्टर कोरिया को ज्ञापन सौंपा और कहा कि हैचरी बंद रहने से उनकी आय का साधन पूरी तरह छिन गया है।

मजदूरों की पीड़ा

मजदूरों का कहना है कि हैचरी से उनकी आजीविका जुड़ी थी। अचानक संचालन रुक जाने से परिवार के पालन-पोषण, बच्चों की पढ़ाई और घरेलू खर्च पूरे करना कठिन हो गया है। ज्ञापन में उन्होंने अपनी आर्थिक समस्या स्पष्ट करते हुए शासन-प्रशासन से शीघ्र समाधान की मांग की है।

हेचरी में कार्य करने वाले मजदूरों ने कलेक्टर को दिए ज्ञापन में बताया कि,बर्ड फ्लू के कारण हेचरी का संचालन बन्द कर दिया गया था लेकिन अब बर्ड फ्लू से हेचरी पूरी तरह मुक्त है जिससे शुरू किया जाना चाहिए।मजदूरों ने कहां कि काम बंद होने से वे बेरोज़गार हो गए हैं और अब उनके सामने रोज़मर्रा का खर्च निकालना भी मुश्किल है। उन्होंने प्रशासन से गुहार लगाई कि उनकी जीविका बचाने के लिए उचित कदम उठाए जाएँ।

गौरतलब है कि, हेचरी को पुनः शुरू करने के शासन के निर्णय का कुछ स्थानीय नगरवासी/जनप्रतिनिधि लगातार विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि हेचरी नगर के बीच बसी हुई है, जिससे स्वच्छता और स्वास्थ्य पर खतरा हो सकता है। इसी कारण उन्होंने हैचरी को नगर से बाहर स्थानांतरित करने की मांग की है।


बादलखोल अभयारण्य में लकड़ी तस्करों का खेल,विभागीय मिलीभगत से हरा जंगल हो रहा तबाह

  वन माफियाओं का बढ़ता दबदबा… परिक्षेत्र अधिकारी की लापरवाही या फिर अंदरूनी सांठगांठ?



नारायणपुर/जशपुरनगर,बादलखोल अभयारण्य एक बार फिर से सुर्खियों में है। बीते माह  साहीडांड़ बिट क्षेत्र में वर्षों पुराने साल वृक्षों को तस्करों ने बेरहमी से काट डाला। भारी-भरकम पेड़ों के गिरने से आसपास और वृक्ष भी टूटकर बर्बाद हो गए। इतना बड़ा घटनाक्रम घटित हो गया और वन विभाग को इसकी भनक तक नहीं लगी, यह महज लापरवाही है या फिर अंदरूनी मिलीभगत, बड़ा सवाल यही है।

सूत्रों के मुताबिक तस्करों ने आधुनिक  मशीन से पूरी कार्रवाई को अंजाम दिया। रात भर चली कटाई की भनक तक परिक्षेत्र अधिकारी या उनके अधीनस्थ स्टाफ को नहीं लगी। जबकि इस इलाके में लगातार अवैध कटान और तस्करी की घटनाएं सामने आती रही हैं।

विभाग की भूमिका पर उठे सवाल

घटना ने सीधे-सीधे वन परिक्षेत्र अधिकारी के कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि बिना विभागीय मिलीभगत के इतने बड़े पैमाने पर कटाई संभव नहीं।हालांकि विभाग का दावा है कि "तस्करों की पतासाजी की जा रही है", लेकिन अब तक किसी बड़े आरोपी तक पहुंच नहीं सकी है। यही वजह है कि विभाग की जवाबदेही और पारदर्शिता पर लगातार प्रश्नचिह्न लग रहे हैं।

 इस पूरे मामले में पर्यावरण प्रेमियों ने गंभीर सवाल उठाया है उनका मानना है कि वन विभाग की मिलीभगत के बिना इतने बड़े पैमाने पर कटाई संभव है।परिक्षेत्र अधिकारी और और उनके अधीनस्थ आखिर किसे बचा रहे हैं,लगातार हो रही घटनाओं के बावजूद निगरानी और गश्ती क्यों नाकाम है,क्या भ्रष्टाचार की जड़ें विभाग के भीतर तक फैली हुई हैं?

बता दे कि,बादलखोल अभयारण्य की ताज़ा घटना ने वन विभाग की साख और पारदर्शिता दोनों पर गंभीर प्रश्नचिह्न खड़े कर दिए हैं। हरे-भरे जंगल तस्करों के लिए कब तक खुले बाजार बने रहेंगे।अगर उच्च अधिकारी तत्काल कठोर कदम नहीं उठाते, दोषियों पर कार्रवाई नहीं होती और मिलीभगत की जांच नहीं की जाती, तो यह अभयारण्य आने वाले समय में केवल कागज़ों और सरकारी फाइलों में ही सुरक्षित रह जाएगा।

बैकुंठपुर हैचरी को लेकर विरोध तेज, लेकिन शासन का निर्णय – बंद होने से राजस्व व हितग्राहियों को भारी नुकसान


शासकीय कुक्कुट पालन परिक्षेत्र बैकुंठपुर

कोरिया,छत्तीसगढ़ी/बैकुंठपुर नगर के बीच स्थित शासकीय कुक्कुट प्रक्षेत्र (हैचरी) को पुनः शुरू करने की अनुमति सरकार ने प्रदान कर दी है। हाल ही में भारत सरकार और राज्य पशु चिकित्सा सेवाओं ने रायगढ़ और कोरिया जिले के पोल्ट्री फार्म को Highly Pathogenic Avian Influenza (बर्ड फ्लू) से मुक्त घोषित करते हुए Restocking की प्रक्रिया शुरू करने का आदेश जारी किया।

स्थानीय स्तर पर विरोध

हालाँकि, इस निर्णय का कुछ स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने विरोध किया है। उनका तर्क है कि हैचरी शहर के बीच बसी हुई है, जिससे स्वच्छता और स्वास्थ्य को खतरा हो सकता है। इसलिए इसे नगर से बाहर स्थानांतरित करने की मांग की जा रही है।

विभागीय पक्ष और वास्तविकता

वहीं, पशु चिकित्सा विभाग का कहना है कि हैचरी को लंबे समय से संचालित किया जा रहा है और यहाँ से अब तक किसी भी प्रकार का स्वास्थ्य संकट सामने नहीं आया। विशेषज्ञों द्वारा निगरानी और सख्त जैव सुरक्षा मानकों का पालन सुनिश्चित किया जाता है।

इसके अलावा, यदि हैचरी को बंद कर दिया गया तो शासन को प्रतिवर्ष लाखों रुपये का राजस्व नुकसान होगा। इसके अलावा जिले व जिले से बाहर के लाभान्वित होने वाले सैकड़ों किसान, बेरोजगार युवा और छोटे व्यवसायी प्रभावित होंगे। वहीं चूजों और अंडों की स्थानीय आपूर्ति रुक जाएगी, जिससे बाजार व्यवस्था और कीमतों पर असर पड़ेगा।

शासन का स्पष्ट निर्देश

21 जुलाई 2025 को भारत सरकार के आदेश और 22 जुलाई व 14 अगस्त 2025 को राज्य सरकार के पत्रों में साफ तौर पर कहा गया है कि रायगढ़ और कोरिया के पोल्ट्री फार्म बर्ड फ्लू से पूरी तरह मुक्त हैं। यहाँ Restocking की प्रक्रिया जारी रहेगी। हैचरी संचालन पर किसी प्रकार की रोक नहीं है।

किसानों और हितग्राहियों की राय

स्थानीय किसानों का कहना है कि हैचरी उनके लिए रोजगार और आय का महत्वपूर्ण साधन है। यदि यह बंद हो जाती है तो उन्हें बाहर से महंगे दामों पर चूजे और अंडे मंगवाने पड़ेंगे, जिससे उनकी लागत बढ़ जाएगी और मुनाफा घटेगा।

हालांकि कि स्थानीय जनप्रतिनिधियों का विरोध अपनी जगह जायज है, लेकिन जब तक हैचरी के लिए उपयुक्त वैकल्पिक स्थान उपलब्ध नहीं हो जाता, तब तक किसानों और हितग्राहियों के हित में इसका संचालन सुचारू रूप से जारी रहना आवश्यक है।

विशेषज्ञों और विभागीय अधिकारियों का मानना है कि जनप्रतिनिधियों की आशंका को दूर करने के लिए आवश्यक सुरक्षा उपायों को और सख्ती से लागू किया जा सकता है, लेकिन हैचरी बंद करना समाधान नहीं है। यह केंद्र न केवल राजस्व का स्रोत है बल्कि जिले के हजारों हितग्राहियों की आजीविका से भी जुड़ा हुआ है। इसलिए हैचरी का संचालन जारी रहना आवश्यक है।


जिला स्तरीय आधार कार्ड समस्या निवारण शिविर का आयोजन




कोरिया/जिला प्रशासन एवं समाज कल्याण विभाग के संयुक्त तत्वावधान में आज जिला मुख्यालय पर मानस भवन में जिला स्तरीय आधार कार्ड समस्या निवारण शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में जिले भर से हजारों की संख्या में लोगों ने भाग लिया, जिनमें वृद्धजन, दिव्यांगजन और स्कूली बच्चे विशेष रूप से शामिल थे। यूआईडीएआई के विशेषज्ञों की उपस्थिति में आयोजित इस शिविर में आधार से संबंधित बायोमेट्रिक मिसमैचिंग, मल्टीपल रीजेक्शन के प्रकरणों का त्वरित निराकरण किया गया। साथ ही, आधार कार्ड बनवाने में आ रही विभिन्न समस्याओं का समाधान भी किया गया। इस दौरान उपस्थित अधिकारियों ने लोगों को आधार कार्ड से जुड़ी आवश्यक जानकारी भी प्रदान की। शिविर का उद्देश्य आधार कार्ड से संबंधित समस्याओं का तुरंत समाधान कर जनता को राहत पहुंचाना रहा। 
 प्रशासन का कहना है कि ऐसे शिविरों का आयोजन भविष्य में भी जारी रहेगा, ताकि नागरिकों को आधार से जुड़ी सभी आवश्यक सेवाएं आसानी से मिल सकें।

आदि कर्मयोगी अभियान के क्रियान्वयन की समीक्षा बैठक

बैठक में कलेक्टर 



बोल बच्चन न्यूज़

कोरिया,बैकुंठपुर/ कलेक्टर श्रीमती चंदन त्रिपाठी की अध्यक्षता में कलेक्टरेट सभाकक्ष में आयोजित की गई। इस बैठक में आदि कर्मयोगी अभियान क्रमबद्ध समीक्षा की,  साथ ही सफल आयोजन के लिए विशेष दिशा-निर्देश दिए।आदि कर्मयोगी अभियान के तहत जिला स्तरीय मास्टर ट्रेनरों का प्रशिक्षण 18 से 21 अगस्त तक किया गया, इसके पश्चात् जिला स्तरीय मास्टर ट्रेनरों द्वारा विकासखंड मास्टर ट्रेनरों का प्रशिक्षण 01 से 03 सितंबर तक आयोजित किया गया।  प्रशिक्षित विकासखंड मास्टर ट्रेनर क्लस्टर में कार्य करेंगे।   जिले में चयनित 154 ग्रामों को 21 क्लस्टर में विभाजित किया गया है, जिनमें बैकुंठपुर विकासखंड के 19 और सोनहत विकासखंड के 2 क्लस्टर शामिल हैं। इन क्लस्टरों का प्रशिक्षण 9 से 14 सितंबर के बीच आयोजित किया जाएगा।   कलेक्टर श्रीमती चंदन त्रिपाठी ने बैठक में कहा कि यह अभियान सभी विभागों का है, और इसमें सभी को सक्रियता से भाग लेनी चाहिए। उन्होंने वॉलेंटियर बनाने पर बल देते हुए कहा कि ग्राउंड लेवल पर महिलाओं को इसमें शामिल किया जा सकता है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि 10 सितंबर तक वॉलेंटियर की लिस्ट तैयार कर ली जाए। इस अभियान के सफल संचालन के लिए गांव के लोगों की भूमिका महत्वपूर्ण है, इसलिए प्रचार-प्रसार को व्यापक रूप से किया जाए।   

जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी ने कहा कि यह सेवा का संकल्प और समर्पण से काम करने का अभियान है। उन्होंने बताया कि इस अभियान में अधिकारी कर्मचारी सभी की भूमिका अहम है। जिला, ब्लॉक और ग्राम स्तर के ट्रेनर अपनी उपयोगिता निभाएंगे। ग्राम स्तर के ट्रेनर अपने ग्राम में वॉलेंटियर के साथ भ्रमण कर समस्याओं का अवलोकन करेंगे और विलेज डेवलेपमेंट प्लान बनाकर ग्राम सभा अनुमोदन के पश्चात ब्लॉक स्तर मास्टर ट्रेनर के समक्ष 17 से 23 सितंबर प्रेषित किया जाएगा। इसके बाद, ब्लॉक स्तर के मास्टर ट्रेनर इसे 24 से 25 सितंबर तक जांच कर जिला स्तर पर प्रेषित करेंगे। हमें इस अभियान को 100 प्रतिशत सेचुरेशन मोड में संचालित करना है।   गैर सरकारी संस्थाओं का इस अभियान में महत्वपूर्ण भूमिका है, जो विलेज डेवलेपमेंट प्लान बनाने में ग्राम वॉलेंटियर का सहयोग करेंगे।   इस बैठक में सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग, दोनों जनपद के मुख्य कार्यपालन अधिकारी, अन्य जिला अधिकारी और जिले के मास्टर ट्रेनर उपस्थित रहे।

कोरिया पुलिस ने सुलझाई निर्मम हत्या की गुत्थी सास की सेवा विवाद से उपजा षड्यंत्र, महिला आरोपी गिरफ्तार

 

आरोपी महिला

बैकुंठपुर/कोरिया जिले की बैकुण्ठपुर पुलिस ने एक सनसनीखेज हत्या की गुत्थी सुलझाते हुए आरोपी महिला को गिरफ्तार कर लिया है। पारिवारिक विवाद और बुजुर्ग सास की सेवा-सुश्रूषा के झगड़े ने अंततः हत्या जैसी जघन्य वारदात को जन्म दिया।

घटना का खुलासा

1 सितंबर 2025 को बैकुण्ठपुर निवासी पार्वती साहू (19 वर्ष) की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत की सूचना उसके पति अनुज साहू ने थाने में दी। प्रारंभिक जांच में मामला संदिग्ध पाए जाने पर पुलिस ने मर्ग दर्ज कर विवेचना प्रारंभ की।

पुलिस अधीक्षक रवि कुमार कुर्रे के निर्देशन, एएसपी पंकज पटेल और एसडीओपी राजेश साहू के मार्गदर्शन में एक विशेष टीम गठित की गई। टीम ने घटनास्थल का निरीक्षण, आसपास के सीसीटीवी फुटेज, गवाहों के बयान और पीएम रिपोर्ट के आधार पर जांच को आगे बढ़ाया।

विवाद की जड़

जांच से पता चला कि मृतिका के पिता सूरज लाल साहू ने जीवनकाल में अपने भतीजे चन्द्रप्रकाश साहू और उसकी पत्नी अनीता साहू को सेवा-सुश्रूषा के बदले दो एकड़ भूमि दी थी। पिता की मृत्यु के बाद परिवार में विवाद गहराता चला गया।

परिवार की बुजुर्ग सदस्य सुखमन साहू (बड़ी सास) अपने भरण-पोषण और देखरेख के लिए मृतिका पार्वती पर ज्यादा विश्वास करती थीं। इससे आरोपी अनीता साहू नाराज रहती थी और इसी तनाव ने हत्या का रूप ले लिया।

वारदात कैसे हुई?

1 सितंबर को दोपहर करीब 2:30 से 3:00 बजे के बीच जब पार्वती अपने कक्ष में विश्राम कर रही थी, तभी आरोपी महिला अनीता साहू (36 वर्ष) ने दुपट्टे से गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी।

इसकी पुष्टि होने पर थाना बैकुण्ठपुर में अपराध क्रमांक 306/2025 धारा 103(1), 332(ए) भारतीय न्याय संहिता अंतर्गत मामला दर्ज किया गया।

आरोपी गिरफ्तार

विशेष टीम ने 8 सितंबर 2025 को आरोपी महिला को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया, जहाँ से उसे न्यायिक रिमाण्ड पर भेज दिया गया।

पुलिस टीम की सराहना

इस मामले के सफल खुलासे में निरीक्षक विपिन लकड़ा, निरीक्षक शीतल सिदार, उपनिरीक्षक जयालक्ष्मी, प्रधान आरक्षक दीपक पाण्डेय, महिला आरक्षक किरण पैकरा और पूर्णिमा सिदार की अहम भूमिका रही।

एसपी रवि कुमार कुर्रे ने पूरी टीम की सराहना करते हुए कहा कि,

“यह बैकुण्ठपुर पुलिस की एक बड़ी उपलब्धि है। मामले का त्वरित खुलासा कर आरोपी को जेल भेजा गया, जिससे न्याय की उम्मीद रखने वाले परिवार को राहत मिली है।”

🚦 प्रदेश का गौरव बने ट्रैफिक मैन महेश मिश्रा, स्वास्थ्य मंत्री सहित जनप्रतिनिधियों ने घर पहुंचकर किया सम्मान, राष्ट्रपति पदक मिलने पर उमड़ा बधाइयों का सैलाब

स्वास्थ्य मंत्री

कोरिया/बैकुंठपुर

समाज सेवा, जनहित और जीवन रक्षा के कार्यों को अपना जीवन समर्पित कर देने वाले ट्रैफिक मैन के नाम से मशहूर हवलदार डॉ. महेश मिश्रा को प्रदेश के मुख्यमंत्री के हाथों स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति का गृह रक्षक एवं नागरिक सुरक्षा पदक प्राप्त हुआ है। इस उपलब्धि पर प्रदेशभर में खुशी की लहर है और लगातार लोग उनके घर पहुंचकर बधाई एवं सम्मान दे रहे हैं।


सोमवार को प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री  श्याम बिहारी जायसवाल ग्राम उनके गृह ग्राम खैरी पहुंचे और डॉ. मिश्रा को बधाई एवं शुभकामनाएँ दीं। इस अवसर पर उन्होंने कहा—

महेश मिश्रा अद्वितीय प्रतिभा के धनी हैं। उनकी निस्वार्थ सेवा और त्याग हम सबके लिए प्रेरणा है। ऐसे कर्मचारियों पर हम सबको गर्व है। जब आपके जिले में ऐसे लोग हों तो प्रदेश का नाम स्वतः रोशन होता है और जनता का विश्वास और बढ़ता है।”


कोरिया जिला प्रभारी


भाजपा उपाध्यक्ष भी पहुंचे, बताया सच्चा देशभक्त


इससे पूर्व गत रविवार को भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष एवं कोरिया जिला प्रभारी प्रबल प्रताप सिंह जूदेव भी डॉ. मिश्रा के घर पहुंचे थे। उन्होंने उन्हें बधाई देते हुए कहा कि मिश्रा सच्चे अर्थों में देशभक्त और समाजसेवी हैं, जिन्होंने अपने कार्यों से जनमानस का दिल जीता है।


दो दशकों से लगातार सेवा, सैकड़ों जानें बचाईं


डॉ. महेश मिश्रा पिछले दो दशकों से निरंतर जनजागरूकता और समाज सेवा के क्षेत्र में कार्यरत हैं। सड़क सुरक्षा और ट्रैफिक व्यवस्था सुधारने के साथ ही उन्होंने सैकड़ों लोगों की जान बचाने का पुनीत कार्य किया है। उनकी इसी समर्पित सेवा का परिणाम है कि उन्हें राष्ट्रपति पदक से सम्मानित किया गया।



बधाइयों का तांता


राष्ट्रपति पदक प्राप्त करने के बाद मिश्रा के घर बधाइयों और सम्मान देने वालों का तांता लगा हुआ है। क्षेत्र के विधायक भईया लाल राजवाड़े, कलेक्टर श्रीमती चंदन त्रिपाठी, पुलिस अधीक्षक रवि कुमार कुर्रे, पूर्व विधायक अंबिका सिंहदेव, भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष कृष्ण बिहारी जायसवाल, जनप्रतिनिधि, मीडिया प्रतिनिधि, प्रशासनिक व पुलिस अधिकारी, गणमान्य नागरिक और मित्र लगातार उनके घर पहुंचकर शुभकामनाएँ दे रहे हैं।


जनमानस के नायक बने


इतने बड़े पैमाने पर लोगों का उनके घर जाकर सम्मान करना इस बात का प्रमाण है कि डॉ. महेश मिश्रा ने अपने कार्यों से लोगों के दिलों में विशेष स्थान बनाया है। आज पूरा छत्तीसगढ़ प्रदेश और विशेषकर कोरिया जिला उनके इस सम्मान से गौरवान्वित महसूस कर रहा है।

जनचौपाल लगाकर प्रधानमंत्री आवास के हितग्राहियों से हो रहा प्रतिदिन संवाद




आवास निर्माण कार्य में गति व गुणवत्ता के लिए जिला प्रशासन की नई पहल


कोरिया,बैकुंठपुर/वंचित वर्ग को पक्के मकान उपलब्ध कराने के लिए केद्र एवं राज्य सरकार की अत्यंत महत्वाकांक्षी प्रधानमंत्री आवास योजना का कोरिया जिले में निरंतर तेज गति से क्रियान्वयन हो रहा है। इस योजना को और ज्यादा अपेक्षित गति प्रदान करने के लिए कलेक्टर कोरिया श्रीमती चंदन त्रिपाठी के मार्गदर्शन में पूरे जिले में हितग्राहियों के बीच प्रतिदिन जनचौपाल कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इसके तहत ग्राम पंचायतों में तकनीकी सहायकों की टीम प्रतिदिन प्रधानमंत्री आवास योजना के हितग्राहियों से संवाद कर उनकी समस्याओं का निराकरण कर रही है। इस पहल का अच्छा प्रतिसाद देखने को मिल रहा है। बीते एक सप्ताह में जनचौपाल से आवास निर्माण कार्यों में बेहद कारगर प्रगति देखने को मिल रही है। 


लक्ष्य और आंकड़े

      कोरिया जिले में प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के तहत वित्तीय वर्ष 2024-25 में 11 हजार से ज्यादा आवास बनाए जाने हैं जिनमें से 9 हजार 465 आवास स्वीकृत किए जा चुके हैं और 2030 आवास के हितग्राहियों के पंजीयन की कार्यवाही प्रचलन में है। स्वीकृत किए जा चुके आवासों में से अब तक 4 हजार परिवारों के पक्के आवास पूर्ण हो चुके हैं और अब केवल 5 हजार 588 प्रगतिरत आवासों को पूर्ण किया जाना शेष है। 


जनचौपाल में संवाद

      बीते 3 सितम्बर से प्रतिदिन जिले के चिन्हित ग्राम पंचायतों में तकनीकी सहायकों द्वारा प्रतिदिन जनचौपाल लगाई जा रही है। इसमें ग्राम पंचायत के सभी ऐसे हितग्राहियों को शामिल किया जा रहा है जिनके आवास अभी पूर्ण नहीं हुए हैं। बैकुण्ठपुर जनपद पंचायत अंतर्गत कुल 9 तकनीकी सहायकों को रोस्टर बनाकर जनचौपाल लगाने की जिम्मेदारी दी गई है। वहीं सोनहत जनपद पंचायत अंतर्गत कुल 6 तकनीकी सहायकों को तिथिवार जनचौपाल आयोजित किए जाने के लिए नियुक्त किया गया है। आगामी 20 सितंबर तक पूरे जिले की ग्राम पंचायतों को कवर कर लिया जाएगा। 


सीईओ जिला पंचायत कोरिया

         इस संबंध में जिला पंचायत कोरिया के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ आशुतोष चतुर्वेदी ने बताया कि कलेक्टर कोरिया श्रीमती चंदन त्रिपाठी के मार्गदर्शन में सितंबर माह में अधिकाधिक आवास पूर्ण करने के लिए प्रत्येक ग्राम पंचायत में हितग्राहियों के बीच चौपाल लगाकर संवाद किया जा रहा है। इससे हितग्राहियों को संसाधन जुटाने में मदद मिल रही है और तकनीकी टीम के द्वारा निर्माण कार्यों की सतत निगरानी भी हो पा रही है। 


कलेक्टर कोरिया श्रीमती चंदन त्रिपाठी 

     कलेक्टर कोरिया श्रीमती चंदन त्रिपाठी ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में तकनीकी सलाह और संसाधन की उपलब्धता बढ़ाने के लिए जनचौपाल कार्यक्रम आरंभ किया गया है और आपसी संवाद से हर समस्या का निराकरण करते हुए कोरिया जिले में लक्ष्य के अनुरूप स्वीकृत आवासों को जल्द से जल्द पूरा कर लिया जाएगा।

कृषि, वेटनरी एवं मत्स्य विभाग की संयुक्त समीक्षा बैठक संपन्न



कोरिया,छत्तीसगढ़/कलेक्टर श्रीमती चंदन त्रिपाठी की अध्यक्षता में आज कलेक्टरेट सभाकक्ष में कृषि, पशुचिकित्सा और मत्स्य विभाग की समीक्षा बैठक संपन्न हुई।  

बैठक में कलेक्टर श्रीमती त्रिपाठी ने विभागवार पिछले वर्ष की तुलनात्मक समीक्षा की। कृषि विभाग के विभागीय आंकड़ों के अनुसार, जिले में अब तक 5518.60 क्विंटल बीज का भंडारण किया जा चुका है, जिसमें से 5518.60 क्विंटल बीज किसानों को वितरित किया गया है। यह कुल भंडारण का लगभग 100 प्रतिशत है। इसी प्रकार प्राप्त विभागीय जानकारी के अनुसार दलहन के फसल वर्ष 2024 में 9194 हेक्टेयर से बढ़कर वर्ष 2025 में 9690 हेक्टेयर हुआ है। वहीं तिलहन के रकबा 2024 में 1874 हेक्टेयर से बढ़कर वर्ष 2025 में 2230 हेक्टेयर हुआ है। जिसमें मुंगफली, तिल, रामतील आदि फसल शामिल है। 
उन्होनें कहा कि  पिछले प्रदर्शन को और बेहतर बनाने के लिए बीज भंडारण, खाद्य वितरण, कीट नियंत्रण, फसल बीमा और किसान रजिस्ट्रेशन जैसे कार्यों में तेजी लाने की आवश्यकता है। उन्होंने ग्राम सेवकों, तहसीलदार और पटवारियों के बीच बेहतर समन्वय बनाने का निर्देश दिये साथ ही  विभाग की योजनाओं का व्यापक प्रचार-प्रसार और पशु वैक्सीनेशन का टारगेट तथा मत्स्य विभाग को योजनाओं को जनता तक पहुंचाएं और छोटे-छोटे कार्यक्रम आयोजित कर जानकारी फैलाएं।  धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान के तहत चयनित 154 ग्रामों में गतिविधियों में भागीदारी का भी आह्वान किया।  

समीक्षा बैठक में जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी, अपर कलेक्टर  डी.डी. मांडवी, उपसंचालक कृषि, उपसंचालक पशु सेवाएं, सहायक मत्स्य अधिकारी और अन्य अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।

चरचा प्राथमिक शाला में शिक्षण की नई पहल – आधुनिक सुविधाओं का शुभारंभ





चरचा। पी. एम. श्री शासकीय प्राथमिक शाला चरचा में संकुल स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह के अवसर पर शिक्षा के क्षेत्र में नई पहल की गई। विद्यालय में साइंस लर्निंग सेंटर, मुस्कान पुस्तकालय, संगीत कक्ष एवं स्मार्ट क्लास का उद्घाटन किया गया।

कार्यक्रम में जिला शिक्षा अधिकारी  जितेन्द्र गुप्ता, नगर पालिका शिवपुर-चरचा के अध्यक्ष  कुंडल साय, मंडल अध्यक्ष श्रीमती दीपा विश्वकर्मा, संकुल प्राचार्य बालक चरचा  रामलखन यादव, संकुल समन्वयक  राजेन्द्र कुमार मंडल, संकुल समन्वयक चरचा कन्या  निर्मल लकड़ा तथा व्याख्याता  कमल डडसेना विशेष रूप से उपस्थित रहे।

इन नई आधुनिक सुविधाओं से विद्यार्थियों को प्रयोगात्मक शिक्षा, पठन-पाठन, कला-संस्कृति एवं डिजिटल तकनीक आधारित शिक्षण का लाभ मिलेगा। विद्यालय प्रबंधन का मानना है कि इससे बच्चों का ज्ञान और व्यक्तित्व दोनों का समग्र विकास सुनिश्चित होगा।

पी. एम. श्री स्कूल शिवपुर चरचा में साइंस लर्निंग सेंटर का उद्घाटन भी हुआ

 शिवपुर चरचा नगर पालिका क्षेत्र में संकुल स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। 



कोरिया,छत्तीसगढ़/कलेक्टर श्रीमती चंदन त्रिपाठी और जिला पंचायत मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी के मार्गदर्शन में इस समारोह का आयोजन प्राथमिक शाला चरचा में किया गया। इस दौरान साइंस लर्निंग सेंटर, मुस्कान पुस्तकालय, संगीत कक्ष और स्मार्ट क्लास का भी उद्घाटन किया गया।


 जिला शिक्षा अधिकारी  जितेंद्र गुप्ता ने कहा कि शिक्षक समाज की आधारशिला हैं, जो बच्चों को शिक्षा, संस्कार, मूल्य और नैतिकता का पाठ पढ़ाते हैं। उन्होंने विद्यार्थियों के समग्र विकास के लिए आधुनिक सुविधाओं के लाभ पर जोर दिया और शिक्षकों से निरंतर नवाचार एवं समर्पण की अपेक्षा की। 


समारोह में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले प्रधान पाठकों और शिक्षकों को सम्मानित किया गया, जिनमें श्रीमती सीमा मिश्रा, श्रीमती सुमन राज गोंड, बृजलाल रजवाड़े, और अन्य शिक्षक शामिल रहें।


 इस अवसर पर नगर पालिका शिवपुर-चरचा के अध्यक्ष  कुंडल साय, मंडल अध्यक्ष श्रीमती दीपा विश्वकर्मा, संकुल प्राचार्य  रामलखन यादव, संकुल समन्वयक  राजेंद्र कुमार मंडल, निर्मल लकड़ा और व्याख्याता  कमल डडसेना भी उपस्थित रहे।

प्रधानमंत्री आवास योजना में गड़बड़ी करने वाले ऑपरेटर की सेवाएं समाप्त


पंचायत सचिव, तकनीकी सहायक, समन्वयक सहित अन्य को शो काज नोटिस जारी


कोरिया, बैकुंठपुर/प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के बेहतर क्रियान्वयन हेतु जिला प्रशासन कोरिया पारदर्शिता के साथ निरंतर कार्य कर रहा है। इस दिशा में कलेक्टर कोरिया श्रीमती चंदन त्रिपाठी के निर्देशन में जिला पंचायत कोरिया से योजना का लाभ अन्य व्यक्ति को देने वाले ग्राम पंचायत के ऑपरेटर को पद से पृथक करने हेतु आदेश जारी किया गया है। वहीं इस मामले में योजना की विकासखंड समन्वयक, तकनीकी सहायक, जनपद पंचायत में कार्यरत डेटा एंट्री ऑपरेटर और ग्राम पंचायत सचिव को कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया है। 

   विदित हो कि बैकुंठपुर जनपद पंचायत के ग्राम पंचायत बुढार निवासी  गंगा राम साहू ने कलेक्टर कोरिया श्रीमती चंदन त्रिपाठी के समक्ष आवेदन पत्र देकर अपने पात्रता निरस्त होने पर अन्य अपात्र व्यक्ति को योजना का लाभ दिए जाने की शिकायत दर्ज कराई थी।

 इस शिकायत को बेहद गंभीरता से लेकर कलेक्टर कोरिया श्रीमती चंदन त्रिपाठी ने जिला पंचायत सीईओ डॉ आशुतोष चतुर्वेदी को टीम बनाकर पूरे मामले की जांच करने के निर्देश दिए। मामले की जांच में टीम ने यह पाया गया कि ग्राम पंचायत के ऑपरेटर ने  जान बूझकर अन्य व्यक्ति को योजना का लाभ दिलाने का प्रयास किया। और इस मामले में अन्य जिम्मेदार कर्मचारियों द्वारा लापरवाही बरतने से अपात्र को योजना का आंशिक लाभ भी मिला। 

जांच रिपोर्ट में दोषी पाए जाने पर ग्राम पंचायत के ऑपरेटर राजेश कुमार कुर्रे को तत्काल प्रभाव से पद से पृथक करने का आदेश जारी कर दिया गया है। साथ ही ग्राम पंचायत सचिव  भरत कुशवाहा, विकासखंड समन्वयक श्रीमती छाया सक्सेना, तकनीकी सहायक श्रीमती नेहा सिंह और जनपद पंचायत में डाटा एंट्री ऑपरेटर  सनोज दुबे को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया गया है। पदीय कर्तव्यों में लापरवाही पर जारी नोटिस का जवाब संतोषजनक नहीं पाए जाने पर कर्मचारियों पर आगे भी कार्यवाही की जाएगी।

डॉ आशुतोष चतुर्वेदी सीईओ जिला पंचायत ने बताया कि कलेक्टर कोरिया श्रीमती चंदन त्रिपाठी के निर्देशन में योजना में सिर्फ पात्र हितग्राहियों को लाभ दिलाने का कार्य किया जा रहा है और इसमें किसी भी तरह की लापरवाही बर्दास्त नहीं की जाएगी। कलेक्टर कोरिया के स्पष्ट निर्देश हैं कि लापरवाही बरतने वाले दोषी कर्मचारी या अधिकारी पर अविलंब कठोर कार्रवाई प्रस्तावित होगी।

प्रधानमंत्री आवास योजना में गड़बड़ी करने वाले ऑपरेटर की सेवाएं समाप्त


 

पंचायत सचिव, तकनीकी सहायक, समन्वयक सहित अन्य को शो काज नोटिस जारी


कोरिया/ बैकुंठपुर/प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के बेहतर क्रियान्वयन हेतु जिला प्रशासन कोरिया पारदर्शिता के साथ निरंतर कार्य कर रहा है। इस दिशा में कलेक्टर कोरिया श्रीमती चंदन त्रिपाठी के निर्देशन में जिला पंचायत कोरिया से योजना का लाभ अन्य व्यक्ति को देने वाले ग्राम पंचायत के ऑपरेटर को पद से पृथक करने हेतु आदेश जारी किया गया है। वहीं इस मामले में योजना की विकासखंड समन्वयक, तकनीकी सहायक, जनपद पंचायत में कार्यरत डेटा एंट्री ऑपरेटर और ग्राम पंचायत सचिव को कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया है। 


  विदित हो कि बैकुंठपुर जनपद पंचायत के ग्राम पंचायत बुढार निवासी  गंगा राम साहू ने कलेक्टर कोरिया श्रीमती चंदन त्रिपाठी के समक्ष आवेदन पत्र देकर अपने पात्रता निरस्त होने पर अन्य अपात्र व्यक्ति को योजना का लाभ दिए जाने की शिकायत दर्ज कराई थी।

इस शिकायत को बेहद गंभीरता से लेकर कलेक्टर कोरिया श्रीमती चंदन त्रिपाठी ने जिला पंचायत सीईओ डॉ आशुतोष चतुर्वेदी को टीम बनाकर पूरे मामले की जांच करने के निर्देश दिए। मामले की जांच में टीम ने यह पाया गया कि ग्राम पंचायत के ऑपरेटर ने  जान बूझकर अन्य व्यक्ति को योजना का लाभ दिलाने का प्रयास किया। और इस मामले में अन्य जिम्मेदार कर्मचारियों द्वारा लापरवाही बरतने से अपात्र को योजना का आंशिक लाभ भी मिला। 

जांच रिपोर्ट में दोषी पाए जाने पर ग्राम पंचायत के ऑपरेटर राजेश कुमार कुर्रे को तत्काल प्रभाव से पद से पृथक करने का आदेश जारी कर दिया गया है। साथ ही ग्राम पंचायत सचिव श्री भरत कुशवाहा, विकासखंड समन्वयक श्रीमती छाया सक्सेना, तकनीकी सहायक श्रीमती नेहा सिंह और जनपद पंचायत में डाटा एंट्री ऑपरेटर सनोज दुबे को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया गया है। पदीय कर्तव्यों में लापरवाही पर जारी नोटिस का जवाब संतोषजनक नहीं पाए जाने पर कर्मचारियों पर आगे भी कार्यवाही की जाएगी।


डॉ आशुतोष चतुर्वेदी सीईओ जिला पंचायत ने बताया कि कलेक्टर कोरिया श्रीमती चंदन त्रिपाठी के निर्देशन में योजना में सिर्फ पात्र हितग्राहियों को लाभ दिलाने का कार्य किया जा रहा है और इसमें किसी भी तरह की लापरवाही बर्दास्त नहीं की जाएगी। कलेक्टर कोरिया के स्पष्ट निर्देश हैं कि लापरवाही बरतने वाले दोषी कर्मचारी या अधिकारी पर अविलंब कठोर कार्रवाई प्रस्तावित होगी।

संभागीय सेनानी राजेश पाण्डेय ने भव्य समारोह में सौंपा पदोन्नति आदेश – “महेश मिश्रा विभाग और समाज की शान”




🏅 राष्ट्रपति पदक से सम्मानित ट्रैफिक मैन डॉ. महेश मिश्रा को मिला आउट ऑफ टर्न प्रमोशन


बैकुंठपुर, कोरिया।छत्तीसगढ़ का कोरिया जिला इन दिनों गर्व से सराबोर है। कारण है – ट्रैफिक मैन के नाम से मशहूर डॉ. महेश मिश्रा। जिन्होंने अपनी अनूठी सेवाओं और समाज के प्रति निस्वार्थ समर्पण के लिए पहले राष्ट्रपति पदक हासिल किया और अब उन्हें विभागीय स्तर पर भी आउट ऑफ टर्न प्रमोशन का सम्मान मिला है।

सोमवार को नगरसेना कार्यालय तलवापारा में आयोजित भव्य सम्मान समारोह में संभागीय सेनानी राजेश पाण्डेय ने उन्हें नायक से हवलदार पद पर पदोन्नति आदेश सौंपा। समारोह में मौजूद अधिकारी-कर्मचारी और गणमान्य नागरिकों ने तालियों की गड़गड़ाहट के बीच मिश्रा जी का अभूतपूर्व स्वागत किया।

 समर्पण की मिसाल

डॉ. मिश्रा ने बीते दो दशकों से सड़क सुरक्षा, ट्रैफिक अनुशासन और जनजागरूकता की मुहिम को अपने जीवन का लक्ष्य बना लिया है।

  • सड़क दुर्घटनाओं में घायलों की मदद कर सैकड़ों लोगों की जान बचाई,
  • छात्रों और युवाओं को ट्रैफिक नियमों का महत्व समझाया,
  • समाज सेवा और जनहित कार्यों को अपनी दिनचर्या बना लिया।

उनका प्रसिद्ध वाक्य “तन समर्पित, मन समर्पित, यह जीवन समाज सेवा के नाम समर्पित” उनके व्यक्तित्व और कार्यों का सजीव परिचय है।


 राष्ट्रपति पदक – जिले का गौरव

15 अगस्त को प्रदेश के मुख्यमंत्री के हाथों उन्हें राष्ट्रपति का गृह रक्षक एवं नागरिक सुरक्षा पदक प्रदान किया गया। इस अवसर ने न केवल महेश मिश्रा का मान बढ़ाया, बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ और विशेष रूप से कोरिया जिले को गर्वित किया।


जिलेभर से उमड़ा सम्मान

पदोन्नति आदेश मिलने के बाद उनके घर और कार्यालय पर बधाई देने वालों की भीड़ उमड़ पड़ी।

  • विधायक भईया लाल राजवाड़े,
  • कलेक्टर श्रीमती चंदन संजय त्रिपाठी,
  • पुलिस अधीक्षक रवि कुमार कुर्रे,
  • पूर्व विधायक श्रीमती अंबिका सिंहदेव,
    सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि, प्रशासनिक अधिकारी, मीडिया प्रतिनिधि, सामाजिक कार्यकर्ता और आमजन उनके निवास पहुंचकर शुभकामनाएँ दे रहे हैं।

इतना व्यापक सम्मान इस बात का प्रमाण है कि डॉ. मिश्रा ने हर वर्ग के दिल में अपनी खास जगह बनाई है।


 संभागीय सेनानी का बयान

संभागीय सेनानी राजेश पाण्डेय ने कहा –
👉 “डॉ. मिश्रा विलक्षण प्रतिभा के धनी हैं। उनका समर्पण और कर्तव्यनिष्ठा विभाग का नाम रोशन करती है और आम जनमानस में सकारात्मक संदेश देती है। हम सबको उन पर गर्व है।”


 जनता का नायक

आज पूरे जिले में चर्चा का सिर्फ एक ही विषय है –
👉 “क्या अमीर, क्या गरीब… महेश भाई सबके करीब।”

डॉ. महेश मिश्रा का सफर इस बात का जीता-जागता उदाहरण है कि यदि नीयत समाज की सेवा करने की हो, तो एक साधारण कर्मचारी भी लोगों का असाधारण नायक बन सकता है।