🏅 राष्ट्रपति पदक से सम्मानित ट्रैफिक मैन डॉ. महेश मिश्रा को मिला आउट ऑफ टर्न प्रमोशन
बैकुंठपुर, कोरिया।छत्तीसगढ़ का कोरिया जिला इन दिनों गर्व से सराबोर है। कारण है – ट्रैफिक मैन के नाम से मशहूर डॉ. महेश मिश्रा। जिन्होंने अपनी अनूठी सेवाओं और समाज के प्रति निस्वार्थ समर्पण के लिए पहले राष्ट्रपति पदक हासिल किया और अब उन्हें विभागीय स्तर पर भी आउट ऑफ टर्न प्रमोशन का सम्मान मिला है।
सोमवार को नगरसेना कार्यालय तलवापारा में आयोजित भव्य सम्मान समारोह में संभागीय सेनानी राजेश पाण्डेय ने उन्हें नायक से हवलदार पद पर पदोन्नति आदेश सौंपा। समारोह में मौजूद अधिकारी-कर्मचारी और गणमान्य नागरिकों ने तालियों की गड़गड़ाहट के बीच मिश्रा जी का अभूतपूर्व स्वागत किया।
समर्पण की मिसाल
डॉ. मिश्रा ने बीते दो दशकों से सड़क सुरक्षा, ट्रैफिक अनुशासन और जनजागरूकता की मुहिम को अपने जीवन का लक्ष्य बना लिया है।
- सड़क दुर्घटनाओं में घायलों की मदद कर सैकड़ों लोगों की जान बचाई,
- छात्रों और युवाओं को ट्रैफिक नियमों का महत्व समझाया,
- समाज सेवा और जनहित कार्यों को अपनी दिनचर्या बना लिया।
उनका प्रसिद्ध वाक्य “तन समर्पित, मन समर्पित, यह जीवन समाज सेवा के नाम समर्पित” उनके व्यक्तित्व और कार्यों का सजीव परिचय है।
राष्ट्रपति पदक – जिले का गौरव
15 अगस्त को प्रदेश के मुख्यमंत्री के हाथों उन्हें राष्ट्रपति का गृह रक्षक एवं नागरिक सुरक्षा पदक प्रदान किया गया। इस अवसर ने न केवल महेश मिश्रा का मान बढ़ाया, बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ और विशेष रूप से कोरिया जिले को गर्वित किया।
जिलेभर से उमड़ा सम्मान
पदोन्नति आदेश मिलने के बाद उनके घर और कार्यालय पर बधाई देने वालों की भीड़ उमड़ पड़ी।
- विधायक भईया लाल राजवाड़े,
- कलेक्टर श्रीमती चंदन संजय त्रिपाठी,
- पुलिस अधीक्षक रवि कुमार कुर्रे,
- पूर्व विधायक श्रीमती अंबिका सिंहदेव,
सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि, प्रशासनिक अधिकारी, मीडिया प्रतिनिधि, सामाजिक कार्यकर्ता और आमजन उनके निवास पहुंचकर शुभकामनाएँ दे रहे हैं।
इतना व्यापक सम्मान इस बात का प्रमाण है कि डॉ. मिश्रा ने हर वर्ग के दिल में अपनी खास जगह बनाई है।
संभागीय सेनानी का बयान
संभागीय सेनानी राजेश पाण्डेय ने कहा –
👉 “डॉ. मिश्रा विलक्षण प्रतिभा के धनी हैं। उनका समर्पण और कर्तव्यनिष्ठा विभाग का नाम रोशन करती है और आम जनमानस में सकारात्मक संदेश देती है। हम सबको उन पर गर्व है।”
जनता का नायक
आज पूरे जिले में चर्चा का सिर्फ एक ही विषय है –
👉 “क्या अमीर, क्या गरीब… महेश भाई सबके करीब।”
डॉ. महेश मिश्रा का सफर इस बात का जीता-जागता उदाहरण है कि यदि नीयत समाज की सेवा करने की हो, तो एक साधारण कर्मचारी भी लोगों का असाधारण नायक बन सकता है।








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